ब्रह्मास्त्र उज्जैन
लेंड पुलिंग के विरोध में भारतीय किसान संघ 18 नवंबर से उज्जैन में अनिश्चित काल के लिए घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन शुरू करेगा। अंतिम निर्णय नहीं होने तक किसान उज्जैन में डटे रहेंगे किसान, खाना वहीं बनाएंगे, खायेंगे और सोएंगे भी वहीं।
किसान संघ ने लैंड पुलिंग एक्ट व खेतों में स्थाई निर्माण को लेकर सरकार द्वारा राय स्पष्ट नहीं होने के बाद 10 नवंबर को मालवा प्रांत के सभी जिला केंद्र पर लैंड पुलिंग कानून के खिलाफ ज्ञापन दिया जाएगा। साथ ही 18 नवंबर से उज्जैन जिले में घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन अनिश्चित काल के लिए किया जाएगा।
कमलसिंह आंजना ने कहा कि अभी हाल ही में जब सरकार ने पीछे के रास्ते से गजट नोटिफिकेशन के माध्यम से सिंहस्थ मेला क्षेत्र में आने वाले किसानों की जमीन अधिग्रहित करने राजपत्र में प्रकाशन करा दिया। साथ ही 1300 किसानों की आपत्ति के निराकरण के कोई दस्तावेज नहीं दिए जा रहे है और ना संभागायुक्त के यहां रिवीजन याचिका ली जा रही हैं।
जिसके बाद भारतीय किसान संघ ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए 17 गांवों के किसानों के बीच किसान संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी ने दीपावली मिलन में स्पष्ट कहा कि सरकार जब तक लैंड पुलिंग कानून व सिंहस्थ में स्थाई निर्माण पर अपनी राय स्पष्ट नहीं करेगी तब तक सिंहस्थ क्षेत्र में निजी भूमि पर निर्माण नहीं होने दिया जाएगा और किसानों की मातृ शक्ति आगे आकर निर्माण कार्य करने से रोकेगी। प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह आंजना ने बताया घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन के तहत उज्जैन के प्रशासनिक भवन में किसान परिवार घेरा डालेंगे और जब तक लैंड पुलिंग कानून का निर्णय नहीं हो जाएगा, तब तक वहीं रहेंगे। वहीं भोजन बनायेंगे वहीं खाएंगे और सोएंगे। जिसमें सभी किसान समाज, उनके परिवार जन, संत समाज, अन्य सभी जो भी किसानों को समर्थन करते हैं सभी हजारों की तादाद में शामिल होंगे।
