महाकाल मंदिर विवाद पर भाजपा सख्त: विधायक गोलू शुक्ला को बेटे का साथ देने पर संगठन ने लगाई फटकार
उज्जैन | 30 जुलाई 2025
महाकाल मंदिर के पवित्र गर्भगृह में नियमों के उल्लंघन और पुजारी से अभद्रता के मामले में इंदौर-3 से भाजपा विधायक गोलू शुक्ला पर संगठन ने बड़ी सख्ती दिखाई है। मंगलवार को भोपाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने विधायक को तलब कर फटकार लगाई।
मामला उज्जैन के प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर का है, जहां विधायक का बेटा रुद्राक्ष शुक्ला बिना अनुमति जबरन गर्भगृह में घुस गया और मंदिर कर्मचारी से बहस व धमकी दी। खास बात यह रही कि इस पूरे घटनाक्रम में विधायक स्वयं भी मौजूद थे।
विवाद पर विधायक का बयान बना विवाद का कारण
घटना के बाद जब मीडिया ने सवाल किए तो विधायक गोलू शुक्ला ने कहा, “मैं अपने बेटे के साथ हूं।” इसी बयान पर भाजपा संगठन ने कड़ी आपत्ति ली और उन्हें अनुशासनात्मक चेतावनी दी गई।
क्या हुआ था मंदिर में?
रविवार देर रात महाकाल मंदिर में विधायक की कांवड़ यात्रा पहुंची थी। सोमवार तड़के भस्म आरती के समय केवल विधायक को प्रवेश की अनुमति थी, लेकिन उनके बेटे ने जबरन गर्भगृह में प्रवेश किया। जब कर्मचारी आशीष दुबे ने रोकने की कोशिश की, तो रुद्राक्ष ने कथित रूप से धमकाया। दोनों ने 5 मिनट तक पूजा-अर्चना भी की।
विधायक का पक्ष
गोलू शुक्ला ने कहा, “हमारे पास 5 लोगों की परमिशन थी, हम बिना अनुमति के कोई काम नहीं करते।” लेकिन मंदिर प्रशासन का दावा है कि सिर्फ विधायक को परमिशन दी गई थी।
दोबारा दोहराया गया व्यवहार
यह कोई पहली बार नहीं है जब विधायक के बेटे ने धार्मिक स्थल पर विवाद खड़ा किया हो। तीन महीने पहले, रुद्राक्ष ने देवास के टेकरी माता मंदिर में भी आधी रात को हुड़दंग मचाया था। उस समय उनके काफिले में लालबत्ती और हूटर लगी कारें भी थीं, जिनमें से एक उज्जैन से जब्त की गई थी।
🛑 भाजपा के लिए असहज स्थिति
एक ओर पार्टी छवि सुधार और अनुशासन को प्राथमिकता पर रख रही है, वहीं जनप्रतिनिधियों के परिजनों द्वारा धार्मिक स्थलों में मर्यादा उल्लंघन से संगठन की साख पर असर पड़ रहा है। ऐसे में भाजपा संगठन का यह स्पष्ट संकेत है कि पार्टी अब “जीरो टॉलरेंस” नीति पर काम करेगी—चाहे बात विधायक की हो या उनके परिवार की।
