मध्यप्रदेश में मूसलधार बारिश से हालात बिगड़े, कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात | 19 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट
भोपाल | 13 जुलाई 2025
मध्यप्रदेश में मॉनसून ने रफ्तार पकड़ ली है और कई जिलों में मूसलधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। शनिवार को छतरपुर जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई, वहीं रीवा, सतना, मैहर और छतरपुर के कई गांवों में बाढ़ के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा।
📍 9 घंटे में खजुराहो में 6.3 इंच बारिश
राज्य के बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
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खजुराहो में महज़ 9 घंटे में 6.3 इंच बारिश हुई,
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नौगांव में 3.4 इंच,
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टीकमगढ़ में 1.5 इंच,
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जबकि दतिया और नरसिंहपुर में 0.75 इंच,
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और जबलपुर, दमोह, मंडला में 0.5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है।
🚨 19 जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रविवार के लिए 19 जिलों में अति भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। यहां अगले 24 घंटे में 200 मिमी (8 इंच) तक बारिश हो सकती है।
अति भारी बारिश वाले जिले:
ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगोन, धार, झाबुआ, रतलाम, नीमच और मंदसौर।
⚠️ 22 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
इसके अलावा 22 जिलों में भी भारी बारिश (64.5mm – 115.5mm) की चेतावनी दी गई है।
भारी बारिश वाले जिले:
भोपाल, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, इंदौर, देवास, सीहोर, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा, राजगढ़, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, भिंड, दतिया, पन्ना और सतना।
🛟 प्रशासन अलर्ट, राहत टीमें एक्टिव
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट पर रखा गया है। जिन क्षेत्रों में जलभराव या नदी-नालों में उफान देखा गया है, वहां रेस्क्यू और राहत अभियान तेज कर दिए गए हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
📢 जनता से अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से यात्रा न करें, निचले इलाकों से दूरी बनाएं और मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें।
