गुजरात के बाद एमपी में बड़े बदलाव की तैयारी

बदलेगा मंत्रिमंडल : बीजेपी हाईकमान की एमपी को लेकर तैयार की गोपनीय रिपोर्ट का सच
मुख्यमंत्री मोहन यादव की कुर्सी खतरे में
आरक्षण के मुद्दे पर कुछ विपक्षी मोहन के पक्ष में आए

ब्रह्मास्त्र भोपाल

मंत्रियों की कार्यक्षमता ठीक नहीं है चौकाने वाला घटनाक्रम हो सकता है। मोहन कैबिनेट को बदला जा सकता है, कयास लगने लगे हैं। मंत्रियों को लेकर एक गोपनीय रिपोर्ट दिल्ली गई है, मंत्रियों में हलचल मची है। संगठन के साथ समन्वय नहीं बन रहा है। वरिष्ठ पत्रकार अभिलाष खांडेकर के अनुसार मध्य प्रदेश और गुजरात की राजनीति में अंतर है बिहार चुनाव के बाद बदलाव देखा जा सकता है यादव जाती समीकरण मंत्रियों के अधिकारों को कार्य क्षमता आंकी जा रही है उनकी सुनी नहीं जा रही है इंदौर छिंदवाड़ा में ऐसा हो रहा है।

मेडिकल स्टोर तथा मेट्रो मामले में भोपाल इंदौर में पिछड़े नजर आ रही है नरेंद्र तोमर प्रहलाद पटेल की भी नही सुनी जा रही है संगठन में भाजपा में कब क्या हो जाए कहा नहीं जा सकता। हेमंत खंडेलवाल नए अध्यक्ष में अनुभव की कमी है। अगले चेहरे को लेकर असमंजस बरकरार है, सत्ता पलट हो सकती है। मोहन सरकार के 2 साल की रिपोर्ट गई है, वह लगातार दिल्ली के दौरे कर रहे हैं मध्य प्रदेश में बहुत ही दिक्कत आ रही है। सिवनी की लूट, पुलिस, किसानों, की काफी समस्याएं हैं। मध्य प्रदेश में प्रशासनिक कसावट लाने में कमजोर रहने का खामियाजा मोहन सरकार को भुगतना पड़ सकता है। प्रभार वाले जिले में नहीं जाना भारी पड़ सकता है। डीजीपी को मॉनिटरिंग करना चाहिए। इंदौर, उज्जैन, दिल्ली बारबार जाने से काम नहीं चलेगा। क्राइम बढ़ रहा है, चिंता का विषय है। मध्य प्रदेश समस्या ग्रस्त राज्य है। नहीं भी बदला जाए तो भी कार्य प्रणाली में बदलाव की जरूरत है। शिवराज सिंह पावर सेंटर बनकर उभरे हैं। भाजपा से अपेक्षा है लोगों की जन समस्या दूर करें चाहे क्राइम, पानी, किसानों की समस्या सिंहस्थ, चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में फेरबदल संभव है। मोहन यादव या कैबिनेट को लेकर बिहार चुनाव के बाद बड़ा कदम उठाया जा सकता है।

संतुलन या सियासत! मंत्रिमंडल से बाहर होंगे बड़े चेहरे !
मध्यप्रदेश की सियासत में एक बार फिर बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, 2 से 3 वरिष्ठ मंत्रियों की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। पार्टी हाईकमान कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल और राकेश सिंह जैसे दिग्गजों को नई जिम्मेदारियां सौंपने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। कैलाश विजयवर्गीय पहले ही संगठन में जाने की इच्छा सार्वजनिक कर चुके हैं, जबकि प्रहलाद पटेल और राकेश सिंह को दिल्ली में अहम जिम्मेदारी मिलने की चर्चा है। इस पूरे समीकरण पर अंतिम मुहर दिल्ली दरबार लगाएगा। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली रवाना हो रहे हैं। माना जा रहा है कि अब मोहन मंत्रिमंडल में बड़ा उलटफेर सामने आने वाला है, जिससे प्रदेश की सियासी तस्वीर बदल सकती है।

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