उड़ीसा की बहनें 3 बेगों में छुपाकर लाई थी गांजा -गांव का युवक भी जीआरपी की हिरासत में, आज रिमांड पर लेगी पुलिस

उज्जैन। चैकिंग के दौरान जीआरपी ने 2 बहनों के साथ एक युवक को हिरासत में लिया है। जिनके पास से तीन बेगों में भरा 2 लाख कीमत का गांजा बरामद हुआ है। फिलहाल पूछताछ जारी है, आज न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जायेगा।
जीआरपी प्रभारी अमित कुमार भावसार ने बताया कि शुक्रवार को रेलवे प्लेटफार्म पर चैकिंग अभियान चलाया रहा था। चैकिंग टीम में एएसआई कैलाश ठाकुर, आरक्षक बलवंत जाट, भूपेन्द्र जाट प्लेटफार्म नम्बर 6 पर पहुंचे। जहां उन्हे 2 महिलाओं पर संदेह हुआ, जिनके पास पैकिंग कर 3 बैग थे। दोनों के साथ एक युवक भी था। पुलिस टीम की नजर पड़ते ही तीनों ने बैग छोड़कर भागने का प्रयास किया। टीम ने उन्हे घेराबंदी कर पकड़ा। उनके बैग जप्त किये गये और तलाशी ली गई। जिसमें गांजा भरा होना पाया गया। जीआरपी थाने लाने पर पूछताछ में महिलाओं ने खुद को बहन होना बताते हुए अपने नाम संध्या नाइक, जग्यानसैनी बताये। उसके साथ युवक सूरज भोलो था। उन्होने खुद को उड़ीसा के गंजाम का रहने वाला बताया। उनके पास से बरामद गांजा 26 किलो 463 ग्राम था। जिसकी कीमत 2 लाख बताई गई है। प्रभारी भावसार के अनुसार तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 का मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ जारी है, शनिवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जायेगा।
गांजा लेकर सूरत जाने की फिराक में थे
उड़ीसा की गांजा तस्कर बहनों से पूछताछ में सामने आया कि उनके साथ पकड़ाया युवक गांव का है। गांजा उड़ीसा से सूरज लेकर जाने की फिराक में थे। तीन से चार ट्रेन बदलकर उज्जैन स्टेशन तक पहुंचे थे। यहां से गुजरात सूरत की ट्रेन पकड़ना थी। जीआरपी प्रभारी के अनुसार फिलहाल तीनों यह नहीं बता पा रहे थे कि उन्होने उज्जैन तक पहुंचने के लिये कौन-कौन सी ट्रेनों में यात्रा की है। उनका कहना था कि पहली बार ही गांजा लेकर उज्जैन तक आये है। यात्रा के दौरान किसी को संदेह नहीं हुआ था।
पूर्व में भी पकड़ा जा चुका है गांजा
जीआरपी द्वारा पूर्व में भी ट्रेनों के माध्यम से गांजा तस्करी करने वालों को गिरफ्तार किया है। अधिकांश गांजा उड़ीसा-झारखंड के रास्ते ट्रेनों में लाया जाता है। कुछ समय पहले ही जीआरपी ने प्लेटफार्म नम्बर पांच से उड़ीसा के कविराज प्रधान नामक युवक को पकड़ा था। जिसके पिट्टू बैग से 11 किलो से अधिक गांजा बरामद हुआ था। उस दौरान भी गांजा गुजरात जाना सामने आया था। बताया जा रहा है कि उड़ीसा का गांजा अच्छी किस्म का होता है। जिसकी दूसरे शहरों में काफी कीमत मिलती है। तस्करों ने मादक पदार्थ तस्करी के लिये ट्रेनों को माध्यम बना रखा है।

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