उज्जैन में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बनेगा हाईटेक रोपवे, दिसंबर 2026 तक होगा तैयार

उज्जैन में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बनेगा हाईटेक रोपवे, दिसंबर 2026 तक होगा तैयार

1.7 किमी लंबे ट्रैक पर 55 गोंडोले चलेंगे, हर घंटे 8,000 यात्री कर सकेंगे सफर

उज्जैन | 12 जुलाई 2025
सिंहस्थ 2028 से पहले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उज्जैन को एक नई सौगात मिलने जा रही है। रेलवे स्टेशन से श्री महाकालेश्वर मंदिर तक रोपवे का निर्माण तेज़ी से जारी है। 1.7 किमी लंबी इस परियोजना को दुनिया की प्रतिष्ठित रोपवे कंपनी डोप्पेलमेयर की तकनीक और डिज़ाइन के ज़रिए पूरा किया जा रहा है।


📌 प्रमुख तथ्य:

  • लंबाई: 1.7 किमी

  • स्टेशन: कुल 3

  • गोंडोले (केबिन): 55

  • प्रति दिशा क्षमता: 8000 यात्री प्रति घंटा

  • संचालन समय: प्रतिदिन 16 घंटे

  • एक यात्रा का समय: 5-7 मिनट

  • टेक्नोलॉजी: मोनोकेबल डिटैचेबल गोंडोला (MDG)

  • लागत: ₹200 करोड़

  • निर्माण एजेंसी: MSI Ltd. | टेक्नोलॉजी: डोप्पेलमेयर | एजनसी: NHLML

  • निर्माण पूर्ण होने की तिथि: दिसंबर 2026


🛠️ तकनीक और डिज़ाइन की खास बातें

डोप्पेलमेयर के CEO प्रफुल्ल चौधरी के अनुसार, उज्जैन रोपवे में यूरोपीय मानकों पर आधारित अत्याधुनिक सुरक्षा तकनीक लागू की जा रही है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह घनी आबादी वाले क्षेत्रों के ऊपर से भी गुजर सकता है, जिससे किसी भी तोड़फोड़ या भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी।

“उज्जैन का सबसे ऊंचा रोपवे टावर 55 मीटर ऊंचा बनाया जा रहा है।” – प्रफुल्ल चौधरी


🚨 इमरजेंसी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम

डोप्पेलमेयर का दावा है कि यदि कोई तकनीकी समस्या आती है तो गोंडोला स्वचालित रूप से स्टेशन तक सुरक्षित पहुंच जाएगा। हेलिकॉप्टर रेस्क्यू जैसी स्थिति यहां न के बराबर है।


🌆 अर्बन ट्रांसपोर्ट में गेमचेंजर बन रहा रोपवे

CEO के अनुसार, रोपवे केवल पर्वतीय नहीं, बल्कि शहरी परिवहन का भी बेहतर विकल्प है। लंदन, न्यूयॉर्क, मैक्सिको और दक्षिण अमेरिका जैसे शहरों में यह पहले से सफलतापूर्वक चल रहा है।

भारत में भी शिमला, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर जैसे शहरों में अर्बन रोपवे की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।


🔁 लास्ट माइल कनेक्टिविटी में मददगार

जैसे इंदौर मेट्रो तक पहुंचने के लिए लोग वाहनों का सहारा लेते हैं, वहीं रोपवे एक ट्रैफिक-फ्री विकल्प बन सकता है। यात्री सीधे रोपवे स्टेशन से मेट्रो स्टेशन तक कुछ ही मिनटों में पहुंच सकेंगे।


🤔 क्या होगा संभावित किराया?

इस पर अंतिम निर्णय परियोजना के पूर्ण होने के बाद लिया जाएगा, लेकिन अनुमान है कि रोपवे का किराया आमजन की पहुंच में होगा, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इसका लाभ उठा सकें।


📅 कब तक पूरा होगा प्रोजेक्ट?

डोप्पेलमेयर के अनुसार, रोपवे का निर्माण कार्य दिसंबर 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा, ताकि सिंहस्थ से पहले यह पूरी तरह चालू अवस्था में आ सके।


📲 यह सुविधा न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि उज्जैन के ट्रैफिक और पर्यटन के लिए भी एक बड़ी क्रांति साबित होगी।

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