उज्जैन में भगवान महाकाल की सवारी पर देशभक्ति का रंग, बंदूक पर तिरंगा लगाकर दी सलामी

उज्जैन में भगवान महाकाल की सवारी पर देशभक्ति का रंग, बंदूक पर तिरंगा लगाकर दी सलामी

उज्जैन | 12 अगस्त 2025

उज्जैन में भादौ महीने की पहली सवारी सोमवार को भव्य और अद्वितीय अंदाज़ में निकाली गई। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस से ठीक चार दिन पहले हुई इस सवारी में हर ओर देशभक्ति का माहौल नजर आया। भगवान महाकाल की पालकी को तिरंगे के साथ सलामी दी गई और पूरे जुलूस में तिरंगे की शान लहराती रही।

तिरंगे के साथ दी गई महाकाल को सलामी

महाकाल मंदिर से पालकी के प्रस्थान के दौरान सशस्त्र बल की टुकड़ी ने अनुशासनपूर्वक भगवान महाकाल को सलामी दी। इस दौरान जवानों की बंदूक पर तिरंगा सजा हुआ था, जो धार्मिक आस्था और राष्ट्रभक्ति का अद्भुत संगम पेश कर रहा था।

पुलिस का घुड़सवार दल भी हाथों में तिरंगा लेकर आगे-आगे चला, जबकि पीछे-पीछे भजन मंडलियां देशभक्ति और भक्ति गीत गाती रहीं। उज्जैन कलेक्टर रोशन सिंह ने बताया कि इस बार सवारी में “घर-घर तिरंगा” अभियान का संदेश भी शामिल किया गया, जिससे श्रद्धालु और नागरिक दोनों देश के प्रति गर्व महसूस करें।

पांच स्वरूपों में हुए महाकाल के दर्शन

महाकाल मंदिर में भगवान चंद्रमौलेश्वर के पूजन के बाद सवारी का शुभारंभ हुआ। इस दौरान भगवान महाकाल ने भक्तों को पांच अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन दिए—

  • पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर

  • गजराज पर श्री मनमहेश

  • गरुड़ रथ पर श्री शिवतांडव

  • नंदी रथ पर श्री उमा-महेश

  • डोल रथ पर श्री होल्कर स्टेट के मुखारविंद

इन स्वरूपों ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

लोक नृत्य और सांस्कृतिक रंग

सवारी में चार जनजातीय एवं लोक नृत्य कलाकारों के दल ने पारंपरिक प्रस्तुतियां दीं, जिससे माहौल और भी रंगीन हो गया। शहरभर में जगह-जगह श्रद्धालु सवारी के स्वागत में खड़े नजर आए।

अगली और अंतिम सवारी

सावन की चार सवारियों और भादौ की पहली सवारी के बाद, इस साल की अंतिम और राजसी सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी, जो और भी भव्य रूप में आयोजित होगी।

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