बेगमबाग योजना के 28 भूखंडों में से 2 पर कार्रवाई,नियमों का पालन नहीं,लीज निरस्त   यूडीए ने दो भूखंडों के पांच मकानों पर चलाया बूलडोजर -लोगों ने सडक पर बैठकर विरोध किया,शहरकाजी ने जाकर अधिकारियों से जानकारी ली

 

उज्जैन । शुक्रवार सुबह उज्जैन विकास प्राधिकरण ने बेगमबाग हरिफाटक ब्रिज से महाकाल मार्ग पर स्थित दो प्लाट पर बने पांच मकानों पर पुलिस एवं नगर निगम के साथ बुलडोजर चलाया है। इस कार्रवाई का विरोध करने के लिए यहां बडी संख्या में लोग पहुंचे थे और उन्होंने चक्कजाम कर दिया था। शहरकाजी ने मौके पर पहुंचकर कोर्ट के आदेश की जानकारी ली और उसके बाद भवनों के तोडने की कार्रवाई हो सकी।

शुक्रवार तडके भारी पुलिस बल की मौजूदगी में विकास प्राधिकरण, नगर निगम की टीम के साथ प्रशासनिक अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंचे थे। इसकी जानकारी लगते ही यहां लोगों ने इकट्ठा होना शुरू कर दिया। इस कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया। विरोध की स्थितियों को देखते हुए हरिफाटक ब्रिज से महाकाल ,पटनी बाजार जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया था। लोग यहां सडक पर बैठ गए और चक्काजाम कर दिया गया। बाद में शहर काजी खलिकुर्रहमान यहां पहुंचे थे । न्यायालयीन आदेश पर प्रशासनिक कार्रवाई से अवगत होने के बाद यहां लोगों को कोर्ट के आदेश का पालन करने की बात कही। जिस पर रहवासियों ने चक्काजाम खत्म कर दिया।

नियमों के उल्लंघन में लीज निरस्त –

यूडीए सीईओ संदीप सोनी ने बताया कि यह कार्रवाई यूडीए की एक पूर्व स्वीकृत योजना के तहत की जा रही है। लगभग छेड़ साल पहले यूडीए के संचालक मंडल ने 28 ऐसी संपत्तियों की लीज निरस्त की थी, जिनमें नियमों का उल्लंघन किया गया था। इन संपत्तियों की लीज वर्ष 2014 में ही समाप्त हो चुकी थी। इन संपत्तियों में नियमों को दरकिनार कर रेसीडेंशियल भूमि पर कॉमर्शियल निर्माण कर लिया गया। एक ही प्लॉट को टुकड़ों में बांटकर कई लोगों को बेच दिया गया था जो नियम विरुद्ध है। इसलिए लीज रद्द कर दी गई थी। इनमें से प्लॉट नंबर 49 और 50 को धारा 248 के तहत अतिक्रमण मुक्त कराना था। सितंबर 2024 में यूडीए द्वारा इन पर अतिक्रमण हटने का अंतिम आदेश जारी किया गया था, जिसके बाद संबंधित पक्ष न्यायालय चले गए थे। अब हाईकोर्ट से स्टे हटने के बाद आज दो प्लॉट पर बने पांच मकानों को हटाने की कार्रवाई की गई है। शेष मकानों को भी जल्द हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

तडके पहुंचा मशीनों के साथ दल-

तडके 5 बजे टीम कार्रवाई के लिए क्षेत्र में पहुंची थी। विकास प्राधिकरण, नगर निगम की टीमें भारी पुलिस बल के साथ क्षेत्र में पहुंचे तो रहवासियों में आक्रोश फैल गय। उन्होंने विरोध स्वरूप सड़क पर बैठ चक्काजाम कर दिया। काफी देर तक उन्हें हटाने का प्रयास किया गया लेकिन यह कार्रवाई को रोकने के लिए डटे रहे। खबर लगने पर शहर काजी खलिकुर्रहमान मौके पर पहुंचे थे। विकास प्राधिकरण की और से अधिकारियों ने उन्हें न्यायालय का आदेश दिखाया ,  उन्होंने अधिकारियों से चर्चा की जिसके बाद रहवासियों को न्यायालय के आदेश का पालन करने के लिए कहा। कुछ देर के विरोध प्रदर्शन के बाद रहवासी सड़क से उठ गए। उन्होंने अपने मकानों को खाली करना शुरू कर दिया। जिसके बाद टीम ने बुल्डोजर चलाकर अपनी कार्रवाई शुरू कर दें।

सुरक्षा की दृष्टि से बल तैनात किया-

एडिशनल एसपी नितेश भार्गव ने बताया कि महाकाल मंदिर क्षेत्र में कब्जा हटाने की कार्रवाई की जानी थी। क्षेत्र संवेदनशील होने के कारण मौके पर 150 पुलिस बल तैनात किया गया । सुबह कुछ लोगों ने सड़क पर बैठकर विरोध जताया, लेकिन जब उन्हें कोर्ट का आदेश दिखाया गया तो स्थिति शांत हो गई। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की।

 

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