‘मानसिक विकृत’ शब्द हटाकर ‘बौद्धिक दिव्यांग’ का इस्तेमाल: उज्जैन के पंकज मारु की जीत, 7 करोड़ दिव्यांगों को मिला सम्मान

‘मानसिक विकृत’ शब्द हटाकर ‘बौद्धिक दिव्यांग’ का इस्तेमाल: उज्जैन के पंकज मारु की जीत, 7 करोड़ दिव्यांगों को मिला सम्मान भारतीय रेलवे ने 1 जून 2025 से अपने सभी रियायती पासों में ‘मानसिक विकृत’ की जगह ‘बौद्धिक दिव्यांग’ शब्द का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। यह बड़ा बदलाव उज्जैन के डॉ. पंकज मारु की लंबी कानूनी लड़ाई का नतीजा है। बेटी के सम्मान के लिए शुरू की लड़ाई डॉ. पंकज मारु की 26 वर्षीय बेटी सोनू मानसिक रूप से दिव्यांग (65% बौद्धिक अक्षमता) है। 2019 में रेलवे का रियायती पास…

Read More