मप्र के चार बड़े शहरों के मुकाबले में उज्जैन में फिलहाल धूल का प्रदूषण संतोषजनक है। यह स्थिति हाल ही में मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा वर्ष 2023-2024 की रिपोर्ट में जारी किए गए आंकड़ों से साफ हुई है। हालांकि इसमें 2025 के अब तक के आंकड़े नहीं दिए गए है। प्रदेश की बात करे तो ग्वालियर शहर मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा धूल से प्रदूषित बताया गया है। जबकि सबसे कम प्रदूषित शहर मैहर है। धार्मिक नगरी उज्जैन की बात करे तो यहां धूल से होने वाले प्रदूषण की…
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