कार्तिक–मार्गशीर्ष (अगहन) माह की चतुर्थ एवं अंतिम राजसी सवारी निकली पालकी में सवार बाबा के लिए मार्ग सजाए,वंदनवार लगाए,पुष्प वर्षा की

उज्जैन। भगवान श्री महाकालेश्वर सोमवार को कार्तिक–मार्गशीर्ष (अगहन) माह की चतुर्थ एवं अंतिम (राजसी) सवारी में अपनी प्रजा का हाल जानने रजत पालकी में सवार होकर निकले थे। उनकी अगवानी के लिए प्रजा ने मार्गों को सजाया,वंदनवार लगाए और पुष्प वर्षा के साथ रजत पालकी में सवार भगवान श्री मनमहेश का भव्य स्वागत किया गया सोमवार अपरांह् श्रावण–भादौ मास की भाँति कार्तिक–अगहन माह की अंतिम सवारी राजसी स्वरूप और वैभव में निकाली गई। रंगीन पुष्पों से सज्जित रजत पालकी में भगवान श्री मनमहेश के मुखारविंद के दर्शन भक्तजनों ने मार्ग…

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