वैशाख में महाकाल को जल चढ़ाकर खुश हो रहे देशभर के हजारों श्रद्धालु

मंदिर समिति ने दो जगह जल चढ़ाने के पात्र लगवाकर की व्यवस्था

दैनिक अवन्तिका उज्जैन

महाकाल मंदिर में वैशाख मास में भगवान को अपने हाथों से जल चढ़ाकर देशभर से आने वाले हजारों श्रद्धालु खुश हो रहे हैं। लंबे समय से भगवान महाकाल को जल चढ़ाने की ही सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इससे श्रद्धालुओं में खासी नाराजगी थी। जल चढ़ाने की सुविधा देने की मांग उठ रही थी। इसको ध्यान मेंं रखते हुए समिति ने हाल ही में दो जगह पर जल चढ़ाने के पात्र लगवा दिए जिससे श्रद्धालु अब अपने हाथों से भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर खुश हो रहे हैं।

वैशाख के महीने में शिव को जल चढ़ाने का बड़ा महत्व है। लेकिन उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में ही जलाभिषेक की व्यवस्था नहीं थी। इसके चलते श्रद्धालु केवल मंदिर में दर्शन कर ही लौट रहे थे। मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं की मांग पर ही जलाभिषेक हेतु सभामंडप व कार्तिक मंडप में पात्र लगाए गए हैं।

श्रद्धालुओं को जल मंदिर में ही उपलब्ध हो रहा
जलाभिषेक हेतु श्रद्धालुओं को अपने साथ जल लाने की भी जरूरत नहीं है। मंदिर प्रबंध समिति ने परिसर में ही आरओ के शुद्ध जल की व्यवस्था कर रखी है। यहीं से लौटे में जल लेकर श्रद्धालु पात्र के जरिए भगवान महाकाल को जल अर्पित कर रहे हैं। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य एवं पुजारी प्रदीप गुरु ने कहा कि वैशाख व ज्येष्ठ मास में भगवान को जल अर्पण के खास महत्व को देखते हुए ही मंदिर में हाथोंहाथ जल चढ़ाने के पात्र लगाकर श्रद्धालुओं के लिए जल चढ़ाने की सुविधा की गई। श्रद्धालु प्रतिदिन भस्मआरती बाद सुबह 6 बजे बाद से शाम 5 बजे संध्या पूजा शुरू होने से पहले तक जल चढ़ा सकते हैं।

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