भोजशाला में सर्वे के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा या नहीं, हाईकोर्ट में सुनवाई आज

 

इंदौर। धार भोजशाला में चल रहे भारतीय पुरातत्व सर्वे (एएसआई) के सर्वे को पूरा करने के लिए हाई कोर्ट एएसआई को अतिरिक्त समय देगी या नहीं, इस मुद्दे को लेकर आज मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ सुनवाई होना है। आज ही भोजशाला मामले को लेकर हाई कोर्ट के समक्ष चल रही चार जनहित याचिकाओं में एक साथ सुनवाई भी होना है।
दरअसल, एएसआई ने सर्वे का काम पूरा कर रिपोर्ट तैयार करने के लिए आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा है। एएसआई का कहना है कि वर्तमान ढांचे को सुरक्षित रखते हुए सर्वे किया जा रहा है। यह अत्यंत धीमी प्रक्रिया है। सर्वे में जीपीआर मशीन इस्तेमाल की जाना है। इसके लिए नेशनल ज्योग्राफिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एनजीआरआई) से संपर्क किया है। इसलिए उसे अतिरिक्त आठ सप्ताह दिए जाएं।

22 मार्च से शुरू हुआ है सर्वे

हाई कोर्ट ने 11 मार्च को दिए अपने आदेश में कहा था कि एएसआई भोजशाला के 50 मीटर के दायरे में वैज्ञानिक सर्वे करे। इसके लिए अत्याधुनिक मशीनों की आवश्यकता हो तो वह उन मशीनों की मदद ले। हाई कोर्ट ने एएसआई को सर्वे छह सप्ताह में पूरा करने के लिए कहा था।
कोर्ट के आदेश के बाद 22 मार्च से भोजशाला में सर्वे शुरू हुआ जो वर्तमान में भी चल रहा है। सर्वे को लेकर रोजाना नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। हिंदू और मुस्लिम दोनों ही पक्ष अपने-अपने दावे कर रहे हैं। हालांकि अब तक एएसआई की तरफ से कोई अधिकृत बयान जारी नहीं हुआ है। सर्वे का काम चलते हुए ही एएसआई ने हाई कोर्ट में एक आवेदन देकर आठ सप्ताह का अतिरिक्त समय इस काम को पूरा करने के लिए मांग लिया है।

युगलपीठ में होगी सुनवाई

कानून के जानकारों का कहना है कि न्यायालय परिस्थितियों को देखते हुए इस बारे में निर्णय लेगा। आज न्यायमूर्ति एसए धर्माधिकारी और न्यायमूर्ति गजेंद्र सिंह की युगलपीठ के समक्ष इस मामले में सुनवाई होना है।