जलप्रदाय को लेकर कांग्रेसियों ने घेरा पीएचई कंट्रोलरूम

उज्जैन। एक दिन छोड़ हो रहे जलप्रदाय के बाद भी शहर की जनता को पानी के लिये परेशान होना पड़ रहा है, जिसको लेकर रविवार को कांग्रेसियों ने पीएचई कंट्रोलरूम का घेराव किया और नारेबाजी करते हुए पूछताछ नर्मदा का पानी कहां गया। पीएचई अधिकारियों से समस्या का हल करने की बात कहीं गई और ज्ञापन सौंपा गया।गर्मी की शुरूआत होने के बाद से जलस्त्रोत के सबसे बड़े साधन गंभीर डेम में पानी की कमी हो गई है। 2250 एमसीएफटी क्षमता वाले डेम में 600 एमसीएफटी से भी कम पानी बचा हुआ है। उसमें भी 100 एमसीएफटी डेट स्टोरेज में है। अप्रैल माह की शुरूआत होने के बाद से नगर निगम पीएचई विभाग ने एक दिन छोड़ एक दिन जलप्रदाय का निर्णय ले लिया था। जलप्रदाय की व्यवस्था को उत्तर-दक्षिण में बांटा गया। एक दिन उत्तर में दूसरे दिन दक्षिण में जलप्रदाय किया जा रहा है। लेकिन जलसंकट का खतरा बढ़ता जा रहा है। पिछले दिनों क्षिप्रा किनारे लाइन क्षतिग्रस्त होने पर लोगों की समस्या काफी बढ़ गई थी। 2 दिनों से कई क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंचा था। लोगों की परेशानी को देखते हुए कांग्रेस में मोर्चा संभाल लिया और मैदान में आ गई। रविवार को क्षीरसागर कांग्रेस कार्यालय पर एकत्रित होने के बाद दर्जनों कांग्रेस के नेता शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी, नेता प्रतिपक्ष रवि भदौरिया और कांग्रेस पार्षदों के साथ नारेबाजी करते हुए चामुंडा माता चौराहा स्थित पीएचई कंट्रोलरूम पहुंचे। जहां प्रदर्शन करते हुए काग्रेस नेता और ने पूछा कि नर्मदा का पानी कहां गया। शहर की जनता प्यासी है। कांग्रेस के प्रदर्शन की खबर लगते ही पीएचई अधिकारी मौके पर पहुंच गये थे। जिन्हे कांग्रेस नेताओं द्वारा ज्ञापन सौंपकर जलप्रदाय की समस्या को हल करने की बात कहीं। वही शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी ने कहा कि अगर पानी की सप्लाय में विलंब होता है तो हमें आदर्श आचार संहिता में आंदोलन के मजबूर होना पड़ेगा।