बीएड-एमएड:इस बार भी खाली सम्भव, हजारों सीटों को ‘सीएलसी’ नहीं मिलने से परेशानी

 

इंदौर। एनसीटीई से मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पहले चरण के आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 21 मई को इसकी मेरिट लिस्ट जारी होगी, पर हजारों सीटों का नुकसान विद्यार्थी और संस्थानों को होने की प्रबल संभावना है, क्योंकि बीएड-एमएड को सीएलसी चरण नहीं मिल रहा है।
उक्त जारी प्रवेश प्रक्रिया के बीच एक बार फिर सीएलसी को लेकर सवाल उठना शुरू हो गए हैं, कारण कि हर साल लंबी प्रतीक्षा के बाद भी बीएड-एमएड की हजारों सीटें खाली रह जाती है और योग्य विद्यार्थियों को मौका नहीं मिल पाता है, जबकि सीएलसी से इन सीटों को आसानी से भरा जा सकता है।

अभी तक कोई कदम नहीं
हर बार की तरह इस बार भी इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है, जबकि संस्थानों की तरह प्रवेश लेने वालों का भी घाटा हो रहा है।
आवेदन करने वाले विद्यार्थियों में से मेरिट लिस्ट के आधार पर जिसका चयन हो जाएगा, उनको तो सीट मिल जाएगी, लेकिन बचे हुए विद्यार्थियों को मौका नहीं मिलेगा। इस चूक का खामियाजा विद्यार्थियों के साथ कॉलेजों को भी भुगतना पड़ रहा है। एक ओर जहां सैंकड़ों विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह जाते हैं, वहीं, सीटें खाली रहने से कॉलेजों को भी नुकसान हो रहा है।

.पहले चरण में कम आवेदन
जानकारी के अनुसार पहले दौर में बहुत कम आवेदन हुए हैं, लेकिन आने वाले समय में इनकी संख्या तेजी से बढ़ेगी और हजारों विद्यार्थी इंतजार में रहेंगे। हर बार की स्थिति को देखते हुए संस्था को सीएलसी चरण शुरू करना चाहिए, नहीं तो सीटें खाली रहेंगी।

जानकारी का संकट
पहले दौर के बाद जब विद्यार्थी अगले में आवेदन करते हैं तो कई बार वे ऐसे कॉलेज चुन लेते हैं, जिनकी सीट पहले ही भरा चुकी होती है, क्योंकि उन्हें सही जानकारी नहीं होती है। ऐसे में हर चरण के बाद कॉलेजों की रिक्त सीटों की सूची जारी होनी चाहिए, ताकि विद्यार्थी अपना कॉलेज चुन सकें।

🔹21 मई को आएगी मेरिट लिस्ट
🔹प्रतीक्षा में 2000 से ज्यादा
🔹रहती हैं 500 से अधिक सीट खाली
🔹जिले में 34 कॉलेजों में 3500 से अधिक सीट

Author: Dainik Awantika