महिदपुर के नागौरी परिवार में छाया मातम क्षिप्रा नदी में डूबने से 2 महिलाओ के साथ नाबालिग की मौत

महिदपुर/उज्जैन। महिदपुर में गुरूवार शाम को नागौरी परिवार में उस वक्त मातम छा गया, जब परिवार के तीन सदस्य क्षिप्रा नदी में डूब गये। खबर लगते ही क्षिप्रा किनारे परिवार, समाजजनों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची थी। कुछ देर की तलाश के बाद तीनों के शव बाहर निकाले गये और अस्पताल पहुंचाए गये। जहां देर शाम तीनों का पोस्टमार्टम कराया गया।
महिदपुर के नागौरी मोहल्ला में रहने वाले अबरार अहमद के यहां उज्जैन के शिकारी गली में रहने वाला परिवार पहुंचा था। परिवार के सभी सदस्य एकत्रित हुए तो शाम को पिकनीक का आयोजन किया गया और सभी लोग क्षिप्रा नदी के रावला घाट पहुंच गये। उसी दौरान अबरार का 17 वर्षीय पुत्र वकार नहाने के लिये नदी में उतर गया। वह घाट की सीढिय़ों पर चल रहा था, उसी दौरान पैर फिसलने से गहरे पानी में चला गया। उसे डूबता देख परिवार की शाहीन पति आफताब 25 वर्ष निवासी नागौरी मोहल्ला महिदपुर और उज्जैन के शिकारी गली से पहुंची बुलबुल उर्फ इकरा पति वकार 19 वर्ष उसने बचाने के लिये नदी में कूद गई। लेकिन गहराई अधिक होने पर तीनों पानी में डूब गये। परिवार के सदस्यों को तीनों के नदी में डूबने का पता चला तो उनकी तलाश शुरू की गई। खबर नागौरी मोहल्ला तक पहुंची तो परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सामाजजन भी पहुंच गये। तीनों की तलाश में सर्चिंग शुरू की गई। करीब आधे घंटे बाद तीनों को एक-एक कर बाहर निकाला गया। लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। घटनाक्रम की जानकारी लगने पर महिदपुर पुलिस की टीम भी पहुंच गई थी। क्षेत्रीय विधायक दिनेश जैन बोस भी एक ही परिवार के तीन सदस्यों की डूबने से हुई मौत की सूचना मिलने पर शासकीय अस्पताल पहुंचे। महिदपुर थाना प्रभारी राजवीरसिंह गुर्जर ने बताया कि मामले में मर्ग कायम किया गया। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की अनुमति के बाद देर शाम तीनों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। नागौरी मोहल्ला में मातम छा हुआ था। तीनों के शव अस्पताल से घर ले जाए गये। जहां से सुपुर्दे खाक के लिये कब्रस्तान पहुंचे। नीलगंगा थाना क्षेत्र के गऊघाट पर भी गुरूवार सुबह हादसा हो गया। घाट पर नहाने के लिये सतीगेट स्थित भोलागुरू की गली में मदन मोहन मंदिर के पास रहने वाला हिमांशु पिता चंद्रशेखर शर्मा 55 वर्ष नहाने के लिये पहुंचे थे। वह घाट पर बैठ नहा रहे थे, उन्होने शरीर पर साबुन लगाया था, उसी दौरान खड़े होने पर पैर फिसल गया और क्षिप्रा की गहराई में चले गये। उन्हे कुछ लोगों ने डूबते देखा तो बचाने पहुंचे। कुछ देर की मशक्कत के बाद उन्हे बाहर निकाला गया। उनकी सांसे चल रही थी। उन्हे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। अस्पताल स्टॉफ ने मामले की सूचना नीलगंगा थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया है। शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया है। बाहर से आने वाले रिश्तेदारों के बाद उनका शुक्रवार को अंतिम संस्कार कराया जाएगा।