संघ के वरिष्ठ प्रचारक बालमुकुन्द झा का रतलाम में निधन

 

-अंतिम यात्रा 7 अप्रैल को राजस्व कालोनी स्थित संघ कार्यालय से

रतलाम। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक बालमुकुन्द झा का आज दोपहर आकस्मिक निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार रविवार 7 अप्रैल को त्रिवेणी मुक्तिधाम पर किया जाएगा। स्व.श्री झा की अंतिम यात्रा 7 अप्रैल को सुबह 9 बजे राजस्व कालोनी स्थित संघ कार्यालय तपस्या से निकाली जाएगी। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए संघ कार्यालय पर रखा गया है,जहां बडी संख्या में स्वयंसेवकों के पंहुचने का क्रम जारी है।

आपातकाल के समय रतलाम के जिला प्रचारक रहे स्व.श्री झा विगत कुछ वर्षो से पैलेस रोड स्थित अभाविप कार्यालय के उपर निवास कर रहे थे। आज दोपहर के भोजन के बाद उनकी तबियत थोडी बिगडी। दोपहर करीब पौने दो बजे उन्होने अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार फैलते ही संघ से जुडे विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं और संघ के स्वयंसेवकों में शोक की लहर फैल गई। स्व.श्री झा के पार्थिव शरीर को राजस्व कालोनी स्थित संघ कार्यालय तपस्या ले जाया गया। जहां उनके अंतिम दर्शनों के लिए बडी संख्या में स्वयंसेवक पंहुच रहे है।

आपातकाल में थे जिला प्रचारक

स्व. श्री झा का रतलाम से बहुत पुराना सम्बन्ध था। वे आपातकाल के दौरान पूरे समय तक रतलाम के जिला प्रचारक के रुप में कार्यरत रहे और संगठने के निर्देश पर भूमिगत होकर काम करते रहे। संघ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,स्व.श्री झा ने वर्ष 1968 में अपना पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित करने का संकल्प लिया और वे संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बने थे। सबसे पहले उन्हे ग्वालियर की डबरा में तहसील प्रचारक का दायित्व सौंपा गया था।

18 माह भूमिगत हो किया संगठन का काम-

वर्ष 1970 में उन्हे रतलाम के जिला प्रचारक के रुप में नियुक्त किया गया। आपातकाल के 18 महीनों तक वे भूमिगत होकर रतलाम में संगठन का कार्य करते रहे। आपातकाल के दौरान वे शर्मा जी के छदम नाम से काम करते थे। स्व. श्री झा ने संघ के विभिन्न संगठनों में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। वर्ष 1980 तक रतलाम में जिला प्रचारक रहने के बाद उन्हे शिवपुरी के विभाग प्रचारक का दायित्व सौंपा गया। इसके बाद वे खण्डवा के भी विभाग प्रचारक रहे। इसके पश्चात उन्हे प्रांत का सेवा प्रमुख नियुक्त किया गया। स्व. श्री झा के सेवा प्रमुख रहने के दौरान रतलाम में उन्होने कई सेवा प्रकल्पों को खडा किया। रतलाम के बिलपाडा सेवा प्रकल्प भी स्व. श्री झा के प्रयत्नों से ही साकार हुआ था। सेवा भारती में मध्य क्षेत्र के प्रान्त सेवा प्रमुख का दायित्व निभाने के बाद स्व.श्री झा को सहकार भारती का पश्चिम क्षेत्र का क्षेत्रीय संगठन मंत्री नियुक्त किया गया।

अभाविप कार्यालय में ली अंतिम सांस-

विगत कुछ वर्षों से स्व.श्री झा ने रतलाम को अपना मुख्यालय बनाया था और पैलेस रोड स्थित अभाविप कार्यालय की उपरी मंजिल पर उनका निवास था। स्व.श्री झा जीवन की अंतिम सांस तक अहर्निश राष्ट्र सेवा में लगे रहे और आज दोपहर को उन्होने अंतिम सांस ली।