April 28, 2024

दैनिक अवन्तिका इंदौर

नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने अग्रवाल मारवाड़ी नगर में हुए घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हाल ही में राज्य सरकार द्वारा यह घोषणा की गई थी कि अवैध कॉलोनी काटने वाले कॉलोनाइजर को रासुका में निरुद्ध किया जाएगा। यदि राज्य सरकार और जिला प्रशासन इस घोषणा के प्रति गंभीर है, तो इस अवैध कॉलोनी को बचाने के लिए मैदान पकड़ने वाली पूर्व मंत्री और विधायक उषा ठाकुर को रासुका में विरुद्ध किया जाना चाहिए। इस अवैध कॉलोनी को काटने वाले कॉलोनाइजर पर भी रासुका की कार्रवाई की जाना चाहिए। नगर निगम की टीम जिस तरह से मौके से वापस लौटी है, वह बेहद शर्मनाक है। मौके पर निगम के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ पूर्व मंत्री ठाकुर द्वारा जिस तरह से जो बातचीत की गई है, वह बहुत ही दुखद है।

उनके द्वारा बलपूर्वक निगम के कार्रवाई को रोका गया, इसके लिए उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पैदा करने का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
चिन्टू चौकसे ने ये भी कहा कि इस घटना की जिम्मेदारी इंदौर के जिम्मेदार महापौर पुष्यमित्र भार्गव को लेना चाहिए। भार्गव को शहर की जनता को बताना चाहिए कि निगम ने यह कार्रवाई करने का फैसला क्यों लिया और फिर निगम की टीम को वापस क्यों लौटना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम से नगर निगम की छवि खराब हुई है। चिंटू चौकसे ने कहा कि लंबे अरसे के बाद ऐसा हुआ है, कि भाजपा की अंदरूनी राजनीति के कारण निगम की रिमूवल टीम को बेइज्जत होकर बिना कार्रवाई किए मौके से लौटना पड़ा है।

उधर अग्रवाल मारवाड़ी नगर में हुई घटना के बाद, केवल इंदौर ही नहीं बल्कि प्रदेश के सियासी पारे में भी उछाल दिखाई देने लगा है। ऐसा माना जा रहा है कि अब ये मामला कुछ दिनों तक सुर्खियों में बना रहेगा, क्योंकि चुनावी समय में कांग्रेस भी इस मसले को ऐसे ही नहीं छोड़ेगी।