हाई प्रोफाइल लोगों को हनी ट्रेप में फंसाने वाली सोनिया गिरफ्तार

जबलपुर पुलिस ने किया था ढाई हजार का इनाम घोषित , कई धन्नासेठों को बनाया निशाना

जबलपुर। संभ्रांत परिवारों के युवकों को अपने हुस्न के जाल में फंसाकर बाद में उन्हें ब्लैकमेल करने वाली सोनिया को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया। वह लंबे समय से फरार थी जिस पर ढाई हजार का इनाम घोषित था। ओमती पुलिस ने उसे घमापुर थाना क्षेत्र के द्वारका नगर इलाके में स्थित आवास से पकड़ा।
जहां से उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस जांच में पता चला कि सोनिया ने हाल ही में करनाल के एक हाई प्रोफाइल परिवार से जुड़े एक युवक से पहले दोस्ती की फिर उसे ब्लैकमेल कर रुपयों की मांग शुरू कर दी। जब पैसे नहीं मिले तो करनाल में युवक के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया।

विवाह के बाद हड़प चुकी है संपत्ति

बता दें कि मई 2022 को हीरा केक एंड कुकीज नौदरा ब्रिज के संचालक मोहित डुडेजा पिता नरेश डुडेजा के खिलाफ सोनिया केसवानी पति विकास रामरख्यानी उम्र 25 साल निवासी म.न. 156 द्वारिका नगर लालमाटी घमापुर थाना के खिलाफ परिवाद पत्र न्यायालय के निर्देश पर दायर करने के निर्देश मिले। पीड़ित नरेश डुडेजा 55 साल निवासी नर्मदा रोड की शिकायत पर महिला थाना ने जांच की थी। इसमें आरोपित सोनिया द्वारा ब्लैकमेल करते हुए दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी दी गई और दुकान में घुसकर अपमानित किया गया।
सोनिया ने नरेश डुडेजा के पुत्र मोहित डुडेजा 30 साल को दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी दी और इस मामले से बचने की एवज में 15 लाख रुपये की मांग की। पुलिस ने बताया कि इसके पहले आरोपित सोनिया विकास रामरख्यानी के साथ संबंध बनाकर रही तथा इससे पहले घमापुर थाने में इसी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। बाद में उसने विकास रामरख्यानी के साथ दबाव में विवाह कर लिया।
पुलिस ने बताया कि सोनिया ने विकास से विवाह के बाद उसकी सारी संपत्ति हड़प ली और डिंडौरी में दोबारा दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा दिया। इसी तरह अर्जित सलूजा नाम के युवक के खिलाफ भी महिला थाने में मामला दर्ज करवाया। अर्जित सलूजा ने कानपुर में सोनिया केसवानी और मनीष मेघवानी के खिलाफ 40 लाख रुपये की मांग करने और पैसा नहीं देने पर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की शिकायत दर्ज करवाई। सोनिया ने विकास समतानी के खिलाफ भी दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था।

टोली के साथ होती है ब्लैकमेलिंग

सोनिया केसवानी अकेले ब्लैकमेलिंग का षड़यंत्र नहीं करती है, उसके साथ कानून के जानकारों की टोली भी होती है जो पर्दे के पीछे से उसे परामर्श देती है। ब्लैकमेलिंग की रकम को यह टोली आपस में बांटती है। पीड़ित नरेश डुडेजा ने आरेाप लगाया कि यह युवती संभ्रांत वर्ग के युवकों को प्रेमजाल में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करती है यदि बात नहीं बनती है तो झूठे मामले में फंसाकर उनका जीवन बर्बाद कर देती है।