पत्नी और 2 बच्चों का गला घोंटकर युवक ने लगाई फांसी -दोस्त घर पहुंचा तो सामने आया मामला, जानकीनगर में फैली सनसनी

उज्जैन। प्रेम विवाह करने वाले युवक ने पत्नी और दो बच्चों का गला घोंटने के बाद खुद फांसी लगा ली। गुरूवार दोपहर मामला सामने आने के बाद सनसनी फैल गई। परिवार ने तीन माह पहले मकान किराये से लिया था। चारों जयसिंहपुरा क्षेत्र के रहने वाले थे। पुलिस ने मामले में जांच शुरू की है।
गढ़कालिका मंदिर मार्ग पर जानकीनगर के एक मकान में चार लाशें होने की खबर मिलने पर जीवाजीगंज पुलिस मौके पर पहुंची थी। महिला और 2 बच्चों के शव जमीन पर पड़े थे। युवक फंदे पर पंखे से लटका हुआ था। मृतको के नाम मनोज राठौर 40 साल, ममता 36 साल, लक्की 12 साल और कनक 8 साल होना सामने आये। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि चारों जयसिंहपुरा की गणेश कालोनी के रहने वाले थे। तीन माह पहले चिमनगंज थाने में पदस्थ नगर सैनिक आशाराम सोलंकी का मकान किराये से लिया था और गढ़कालिका मंदिर के समीप खिलौने की दुकान लगाते थे। प्रथमदृष्ता मामला हत्या के बाद आत्महत्या का होना सामने आया। पुलिस ने चारों शवों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां शुक्रवार सुबह चारों का पोस्टमार्टम कराया जायेगा। बताया जा रहा है कि मनोज और ममता पहले से शादीशुदा था। मनोज ने अपनी पत्नी को छोड़ दिया था, वहीं ममता भी पति से विवाद के बाद 2 बच्चों को लेकर मायके आ गई थी। दोनों जयसिंहपुरा में आमने-सामने रहते थे। चार साल पहले दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया और प्रेम विवाह कर साथ रहने लगे थे। एक ही परिवार के चार शव मिलने पर एसपी सचिन शर्मा भी जानकीनगर पहुंचे थे। कपड़े से घोंट गया था तीनों का गला
पुलिस जांच के दौरान ममता और उसके दोनों बच्चों का गला घोंटने के निशान होना सामने आये है। बेटे के गले में कपड़ा भी कसा हुआ था। आशंका जताई जा  रही है कि दोनों बच्चों का गला सोते समय मनोज ने घोंट है। उसके बाद ममता की गला दबाकर हत्या की है। पुलिस को मौके से जहरीले पदार्थ भी मिला है। मामले की जांच के लिये एफएसएल टीम को बुलाया गया था। अधिकारियों ने साक्ष्य एकत्रित किये है। जिसकी जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही घटना का सही पता चल पायेगा।
बेटे को लेकर होता था विवाद घटनाक्रम सामने आने के बाद चर्चा सामने आई कि ममता का 15 साल पहले नागदा में विवाह हुआ था। 2 बच्चे होने के बाद पति से अलग हो गई थी। 4 साल पहले मनोज से प्रेम प्रसंग होने पर वह दोनों बच्चों को लेकर मनोज के साथ रहने लगी थी। बताया जा रहा है कि मनोज बेटे लक्की के साथ मारपीट करता था, उसे बेटा पसंद नहीं था, जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद होता रहता था। घटनास्थल पर जयसिंहपुरा से मनोज की मां अनुसुईया और काजीपुरा में रहने मौसी सुमित्रा शिंदे पहुंची थी। मौसी का कहना था कि मनोज ने काफी कर्जा कर लिया था। पुलिस ने मां-मौसी के बयान दर्ज किये है। पुलिस ममता के परिजनों से भी पूछताछ करेगी।
ऐसे सामने आया घटनाक्रम बताया जा रहा है कि सुबह से मनोज के दोस्त गोलू ने उसे कॉल किया था। लेकिन कोई जवाब नहीं मिल पा रहा था। उसे मनोज से मिलना था, जिसके चलते वह जानकीनगर पहुंच गया। लेकिन मनोज ने दरवाजा नहीं खोला। दरवाजा खटखटाने पर भी नहीं खुला तो आसपास के लोग भी जमा हो गये। मकान मालिक का भांजा जीतू सोलंकी भी आ गया। उसने समीप मकान से छत पर जाकर देखा। टॉवर पर लगा गेट बंद था। उसने दरवाजा खोलने का प्रयास किया और नीचे ईंट लगाई। जिससे दरवाजे में जगह बन गई और हाथ डालकर कुंडी खोली गई। अंदर जाने पर चारों के शव दिखाई देने पर पुलिस को सूचना दी गई।
जांच के बाद स्पष्ट होगी घटना जीवाजीगंज टीआई राकेश भारती ने बताया कि चार शव मिलने के बाद मामले की जांच शुरू की गई है। शवों के पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट से पूरी घटना स्पष्ट हो पायेगी। फिलहाल मामले में मर्ग कायम किया जा रहा है।