खरगोन के सांसद और बड़वाह के विधायक रहे ताराचंद पटेल के निधन पर निमाड़ अंचल में शोक की लहर अरूण यादव , सचिन यादव सहित कांग्रेस नेताओं ने किया गहरा शोक व्यक्त

खरगोन ।  खरगोन के सांसद और बड़वाह के विधायक रहे 82 वर्षीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ताराचंद पटेल के निधन पर निमाड़ अंचल में शोक छा गया । मप्र कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नरेन्द्र पटेल के काकाजी श्री ताराचंद पटेल का आज सोमवार को तड़के हृदयाघात से उनके निवास स्थल सनावद में निधन हो गया। श्री पटेल के निधन की खबर फैलते ही समूचे निमाड़ अंचल में शोक की लहर छा गई ।
पूर्व केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री अरूण यादव और मप्र के कृषि मंत्री रहे कसरावद के विधायक सचिन यादव सहित अनेक कांग्रेस नेताओं ने श्री पटेल की अंतिम यात्रा में शामिल होकर उनके निधन पर गहरा दु:ख प्रकट करते हुए अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है ।
मप्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सुभाष यादव की पहल पर किसान परिवार में जन्में ताराचन्द पटेल सन 1999 में लोकसभा क्षेत्र खरगोन से सांसद निर्वाचित हुए थे । इसके पूर्व श्री पटेल 1993 और 1998 के विधानसभा चुनाव में बड़वाह से विधायक भी निर्वाचित हुए थे ।
कांग्रेस पार्टी में वे ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष से लेकर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष तक के पदों पर रहे और निमाड़ अंचल में कांग्रेस संगठन को मजबूती प्रदान की। रेवा गुर्जर महासभा संगठन और रेवा गुर्जर बाल निकेतन के संस्थापक और अध्यक्ष रहे श्री पटेल ने रेवा गुर्जर समाज में सन 1985 से सामूहिक विवाह समारोह के आयोजन की शुरूआत कर सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का प्रयास भी किया । वे पंचायत , स्थानीय निकाय , मण्डी और सहकारिता के क्षेत्र में भी वर्षों तक सक्रिय रहकर जनसेवा और निमाड़ अंचल का विकास करते रहे ।
श्री पटेल की अंतिम यात्रा उनके निवास स्थान बापा मेंशन सनावद से निकाली गई । अंतिम यात्रा में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता, स्नेही, प्रशंसक और समाज के लोग शामिल हुए । उनका अंतिम संस्कार नर्मदा नदी के किनारे टोकसर में किया गया।
श्री पटेल अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। पूर्व केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री अरूण यादव ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे मार्गदर्शक रहे श्री पटेल ने निमाड़ अंचल में कांग्रेस संगठन को मजबूती प्रदान की थी। उनका निधन मेरे लिए और कांग्रेस पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। कसरावद के विधायक सचिन यादव ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सहकारी आंदोलन के माध्यम से मेरे पिताश्री सुभाष यादव के साथ श्री पटेल ने कंधे से कंधा मिलाकर निमाड़ अंचल के विकास में अग्रणी भूमिका अदा की थी । उनके इस योगदान को हम कभी भुला नहीं पायेंगें ।