इंदौर-रतलाम समेत 21 जिलों में तेज बारिश का रेड , उज्जैन में ऑरेंज अलर्ट

बड़वानी में लोगों को रेस्क्यू कर ला रही बस पलटी, दो की मौत, भारी बारिश से मालवा- निमाड़ में जनजीवन अस्त-व्यस्त, इंदौर- उज्जैन में बाढ़ से हालात

भोपाल। बंगाल की खाड़ी से उठे स्ट्रॉन्ग सिस्टम की वजह से मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। रविवार को भी इंदौर -उज्जैन संभाग सही तो मालवा निमाड़ में कहीं तेज तो कहीं मध्यम बारिश हो रही है। इससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इंदौर उज्जैन संभाग में तो कई जगह बाढ़ से हालात हैं।

13 जिले सूखे से बाहर निकले, पर बांधों से छलक रहा पानी

दो दिन में ही प्रदेश के 13 जिले सूखे के हालात से बाहर निकल आए हैं। नर्मदा, शिप्रा, कालीसिंध, चंबल समेत कई नदियां रौद्र रूप दिखा रही हैं, जबकि बांधों से पानी छलक उठा है। इंदौर, भोपाल, बैतूल, छिंदवाड़ा में बारिश ने सितंबर के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शनिवार को धार, खंडवा, इंदौर समेत प्रदेश के 20 जिलों में बारिश हुई। बारिश का ऐसा ही दौर रविवार को भी जारी है।

कहीं तेज, तो कहीं मध्यम बारिश

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में इंदौर-रतलाम समेत 21 जिलों में तेज बारिश का अनुमान जताया है। इंदौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर और धार जिले में रेड अलर्ट है। यहां 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है। वहीं, उज्जैन, मंदसौर, खरगोन और बड़वानी जिले में ऑरेंज अलर्ट है। आगर-मालवा, देवास, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नीमच, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, सागर, छतरपुर और निवाड़ी जिलों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।

रपटे पर पलटी बस

बड़वानी में डूब क्षेत्र से यात्रियों को सुरक्षित ला रही बस रपटे पर पलट गई। हादसे में बस सवार किशोर मनस्वी (12) और शोभाराम पाटीदार (56) की मौत हो गई। 17 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसा शनिवार देर शाम करीब 7 बजे अंजड़ थाना क्षेत्र के ग्राम बड़दा में हुआ। एसपी पुनीत गेहलोद के मुताबिक भारी बारिश और नर्मदा के जलस्तर बढ़ने के चलते सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे थे। बस में 15 से 17 यात्री सवार थे। इसी दौरान हादसा हो गया।

कल से घटेगी बारिश, लेकिन आज तेज बारिश

भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती ओडिशा तट के आसपास से लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र), साइकोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव होने और मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही थी। इसके चलते नर्मदापुरम, इंदौर और उज्जैन संभाग के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश हुई। उज्जैन में शिप्रा उफान पर है। कई मंदिर और घाट डूब गए हैं। निचली बस्तियां जलमग्न हो गई हैं।
बैतूल के भीमपुर में ऑल टाइम रिकॉर्ड ब्रेक हुआ। अभी भी सिस्टम वही है। ट्रफ लाइन अन्य इलाकों से गुजर रही है। इससे 17 सितंबर को राजस्थान से लगे हिस्से इंदौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर और धार में रेड अलर्ट है।
18 सितंबर की सुबह सिस्टम गुजरात की ओर मूव कर देगा। इससे बारिश की एक्टिविटी घटेगी। हालांकि, इस दिन मंदसौर, रतलाम, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, धार में बारिश की एक्टिविटी घटेगी।

इंदौर -उज्जैन में बारिश आफत में बदली

इंदौर में बारिश आफत में बदल गई। कई घरों में पानी घुस गया। महेश नगर में निचली बस्ती के घरों को खाली कराना पड़ा। कबूतरखाना क्षेत्र में भी कई परिवार रेस्क्यू किए गए। सुपर कॉरिडोर पर सर्विस रोड की पुलिया से स्टाफ की मिनी बस बह गई। 15 लोग सवार थे। गांधी नगर क्षेत्र और एमआर-10 वाले हिस्से में पानी भर गया। यशवंतसागर डैम के चार गेट खोल दिए गए। रतलाम में धोलावाद बांध का एक गेट खोला गया है।
खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के सभी 23 गेट खोले गए। यहां नर्मदा का पानी ज्योतिर्लिंग की सीढ़ियों तक पहुंच गया। नर्मदा का लेवल बढ़ने से इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर मोरटक्का ब्रिज बंद कर दिया है।