शुजालपुर पशु चिकित्सक से कहासुनी से बाद बिगड़ा मामला, तड़पती गायों को लेकर नेशनल हाईवे किया जाम

गौवंश को उपचार नहीं मिलने से भड़के गौसेवक लगभग दो घंटे के जाम से परेशान होते रहे राहगीर

शुजालपुर ।  शहर के मध्य से गुजरने वाले नेशनल हाईवे को सुबह एनिमल प्रोटेक्शन टीम व गौसेवकों ने जाम कर दिया। हाईवे पर जाम लगभग 2 घंटे तक चला, जिसके कारण यात्री परेशान होते रहे और हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। यह स्थिति शुजालपुर मंडी थाना प्रभारी एवं पशु चिकित्सालय शुजालपुर में पदस्थ एवीएफओं द्वारा गौ सेवकों के साथ संवाद सही रूप से नहीं किए जाने के कारण निर्मित हुई। जिसके चलते हजारों यात्री 2 घंटे तक परेशान होते रहे। घटना की जानकारी लगने पर एसडीएम शुजालपुर सत्येंद्र सिंह मौके पर पहुंचे, जिन्होंने गौ सेवकों से चर्चा की तथा संवादहीनता करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही का आश्वासन दिया। साथ ही गौवंश का उपचार शुरू करवाया।
बताया जाता है कि लंपी वायरस के लक्षण वाली गौवंश तथा दुर्घटना में घायल हुई गायों का उपचार कराने के लिए एनिमल प्रोटेक्शन टीम के सदस्य पशु चिकित्सालय शुजालपुर पहुंचे। यहां पर एनिमल प्रोटेक्शन टीम के सदस्यों के साथ चर्चा के दौरान अस्पताल में पदस्थ एवीएफओ डॉक्टर शशि मोहन सिंह के मध्य कहासुनी हुई। डॉ. सिंह ने गाय को लंपी वायरस नहीं होने की बात कही। इसके बाद गौ सेवक पं. सागर शास्त्री के नेतृत्व में पुलिस थाने पर पहुंचे और अब एवीएफओ पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी संजय मंडलोई को आवेदन सौंपा। साथ ही अभद्रता एवं अश्लील गालियां देने वाला वीडियो भी दिखाया। इस पर भी थाना प्रभारी ने कार्रवाई के लिए स्वयं को अक्षम होना बताया। इसके बाद गौ सेवक भड़क गए और घायल तीन गायों को नेशनल हाईवे पर रखकर चक्काजाम शुरू कर दिया। लगभग 2 घंटे तक नारेबाजी के बीच जाम लगा रहा। इस दौरान स्कूली बच्चों के वाहन भी जाम में फंसे रहे और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
घटनास्थल पर पहुंचकर एसडीएम सत्येंद्र सिंह ने चक्का जाम कर रहे गौ सेवकों से चर्चा की और मौके पर ही घायल गोवंश का प्राथमिक उपचार करवाने के बाद उन्हें गौसेवकों की मदद से पशु चिकित्सालय भिजवाया।
एसडीएम में पशु चिकित्सालय पहुंचकर पशु चिकित्सक से भी चर्चा की और इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। साथ ही संवादहीनता करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।