वर्षा की कामना से देव यज्ञ में दी विशेष आहुतिवेद ज्ञान से मनुष्य का जीवन सार्थक- आचार्य धर्मदेव, आधुनिक विज्ञान के अनेक सूत्र वेदों में है- आचार्य जीवन

उज्जैन ।  वेद प्रचार आर्य समाज उज्जैन के तत्वावधान में चल रहे वेद प्रचार के छठे दिवस वर्षा की कामना से देव यज्ञ में विशेष आहुति दी गई।
इस अवसर पर आचार्य जीवन प्रकाश ने कहा कि वेदों उपनिषदों के ज्ञान से मनुष्य का जीवन सार्थक होता है वेद का अर्थ ज्ञान है जिसका ऋषियों ने साक्षात्कार किया था। मुख्य अतिथि के रूप में गुरुकुल से पधारे आचार्य धर्मदेव शास्त्री ने कहा की आधुनिक विज्ञान के अनेक सूत्र हमारे ऋषि मुनियों द्वारा पुरातन काल से वेदों में उल्लेखित है इन प्रमाणों पर इसरो और नासा ने भी मोहर लगा दी है। आपने कहा कि सनातन धर्म पूर्णतया वैज्ञानिक है। हमारा दायित्व है कि हम वेदों को शुद्ध और सरल रूप में नई पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करें। पिपली नाका स्थित संस्कृत के विद्वान डॉ. प्रदीप चतुवेर्दी के निवास पर आयोजित वेद यज्ञ में शिक्षा महाविद्यालय के पूर्व आचार्य स्वामीनाथ पांडे ने कहा कि हम अनेक मत-मतांतरों के जाल में उलझे हुए हैं जबकि सबसे प्राचीन और शुद्ध ज्ञान हमारे सत्य सनातन वैदिक धर्म में है जिसे हमें जीवन में आत्मसात करना चाहिए। वैदिक विद्वान पंडित राजेंद्र व्यास ने संस्कृत गीत प्रस्तुत किया। भजनों की प्रस्तुति संपत पाटीदार ने दी। वेद पाठ ब्रह्मचारी पंडित पंकज चतुवेर्दी ने किया। संचालन उप मंत्री ललित नागर ने किया। आभार डॉ हंस चतुवेर्दी ने व्यक्त किया। वेद प्रचार के कार्यक्रमों की जानकारी जितेश बत्रा ने दी। वैदिक जय घोष और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक और आर्य समाज के सदस्य उपस्थित थे।