मप्र में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार शीघ्र, बनाए जा सकते हैं तीन से चार मंत्री

राजेंद्र शुक्ला और गौरीशंकर बिसेन का नाम लगभग तय; राहुल लोधी, जालम सिंह, प्रीतम लोधी के नाम पर मंथन, एक नाम आदिवासी वर्ग से भी

भोपाल। आखिरकार शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला और बालाघाट से विधायक व पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन का नाम लगभग तय माना जा रहा है। खाली पदों के हिसाब से चार मंत्री बनाए जा सकते हैं। प्रीतम लोधी, राहुल लोधी या जालम सिंह के नाम पर भी सहमति बन सकती है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को कैबिनेट विस्तार का विशेष अधिकार है। मंत्रिमंडल को लेकर जो भी होगा जल्द सामने आ जाएगा।
इस समय मुख्यमंत्री के साथ 30 मंत्री हैं। कुल पद मुख्यमंत्री समेत 35 हैं। इस हिसाब से चार पद रिक्त हैं। हालांकि, नए मंत्रियों को कामकाज का सिर्फ डेढ़ माह का ही वक्त मिलेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार देर शाम राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुलाकात कर ली है। एक-दो दिन में मंत्रियों की शपथ होगी। भाजपा इस विस्तार के जरिए विधानसभा चुनाव से पहले जातिगत समीकरण के साथ नाराजगी और क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश में है। विंध्य से पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला लगभग तय हैं। महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन का नाम है।

ओबीसी और आदिवासी चेहरे पर भी विचार

पिछड़ा वर्ग में लोधी समाज से एक को कैबिनेट में शामिल करना है। राहुल लोधी के साथ विधायक जालम सिंह पटेल का नाम है। एक नाम आदिवासी वर्ग से भी लाने की बात हो रही है। जल्द नामों पर सहमति बनने के आसार हैं। जालम सिंह पटेल नरसिंहपुर से विधायक हैं। एक बार राज्यमंत्री रह चुके हैं। दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल के भाई हैं।

उमा और लोधी वोटरों को साधने मिल सकता है मौका

प्रदेश में लोधी मतदाताओं को साधने और पूर्व सीएम उमा भारती को चुनाव में प्रचार के लिए राजी करने कैबिनेट में एक लोधी विधायक को शामिल किया जा सकता है। इनमें नरसिंहपुर से तीन बार के विधायक जालम सिंह पटेल का नाम चल रहा है। वे एक बार राज्यमंत्री रह चुके हैं। वहीं, उमा के भतीजे और खरगापुर से पहली बार के विधायक राहुल सिंह लोधी को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।