स्वाधीनता दिवस पर महाराणा प्रताप बस स्टेण्ड एवं प्रतिमा का शिलान्यास समारोह महाराणा का ऐसा प्रताप कि अकबर भी बंदी नहीं बना सका- चौहान

महिदपुर ।  महिदपुर रोड में वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप बस स्टैंड का भुमिपूजन और महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापना का शिलान्यास समारोह आयोजित किया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय सांसद अनिल फिरोजिया और विधायक बहादुरसिंह चौहान रहे। अध्यक्षता पूर्व विधायक लालसिंह राणावत ने की। विशेष अतिथि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष शिवप्रतापसिंह, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजपालसिंह सिसौदिया और श्री राजपूत कल्याण समिति के अध्यक्ष भगवानसिंह पंवार रहे। महिदपुर रोड के रेस्ट हाउस से एक भव्य रैली का आयोजन हुआ। जिसके बाद सभी अतिथियों ने विधि विधान से पूजन पाठ करते हुए 1 करोड़ 51 लाख रूपए की लागत से बनने वाले नवीन बस स्टैंड का भूमिपूजन किया। जिसके बाद 15 लाख की लागत से लगने वाली वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा की नींव रखी।
कन्याशाला चौराहे पर मुख्य समारोह का आयोजन हुआ।

सभी अतिथियों ने महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित करते हुए समारोह की शुरूआत की। जिसके बाद सरपंच ऋतु पाटीदार ने सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान किया। जिसके बाद विधायक बहादुरसिंह चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि महिदपुर रोड क्षेत्र में जनता को महाराणा प्रताप बस स्टैंड और प्रतिमा की सौगात दी गई है। क्योंकि महाराणा प्रताप एक पराक्रमी योद्धा थे। उनका ऐसा प्रताप था कि 30 सालों तक लगातार प्रयास करने के बावजूद भी मुगल शासक अकबर भी उन्हें बंदी नहीं बना सका था। इतना ही नहीं महाराणा प्रताप ने अकबर की 85 हजार सैनिकों वाली विशाल सेना के सामने अपने 20 हजार सैनिक और संसाधनों के बल पर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया।
विधायक चौहान ने बताया कि उन्होंने महिदपुर विधानसभा को चौथे बस स्टैंड की सौगात दी है। इससे पहले महिदपुर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ महात्मा गांधी बस स्टैंड, झारडा में संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के साथ अम्बेडकर बस स्टैंड, घोंसला में पंडित दीनदयाल बस स्टैंड बनाया। इसके साथ ही अब महिदपुर रोड में महाराणा प्रताप बस स्टैंड का भूमिपूजन किया है। समारोह में अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष संदीप व्यास ने किया। इस दौरान बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, करणी सैनिक, गणमान्य नागरिक और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।