बिटकॉइन के नाम पर इंदौर में भाइयों ने बचपन के दोस्त से 23लाख ठगे

कर्ज लेकर और ज्वेलरी बेचकर मार्केट से उठाए थे

इंदौर। परदेशीपुरा में रहने वाले दो भाइयों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की है। आरोप यह भी है कि दोनों फरार हो गए हैं। उनके घर पर कोई नहीं है। बुधवार शाम को एडिशनल डीसीपी के पास पहुंचे एक परिवार ने बिटकॉइन और क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की शिकायत की। जिन पर आरोप लगाया गया है वह दोनों भाई फरियादी के ही बचपन के दोस्त हैं।
एमआर-10 में रहने वाले सिद्धार्थ जैन ने आदित्य और उसके भाई दीक्षान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वे शिकायत लेकर एडिशनल डीसीपी अमरेन्द्र सिंह के पास पहुंचे थे।
फरियादी सिद्धार्थ ने बताया आदित्य और दीक्षान ने आठ महीने माह पहले बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी के साथ माइनिंग के बिजनेस में रुपए इन्वेस्ट करने का झांसा दिया। निवेश के नाम पर 23 लाख से ज्यादा की ठगी कर दी और फरार हो गए हैं।

3 हजार के दिए 45 सौ, फिर 10 हजार मांगे

सिद्धार्थ जैन ने बताया आदित्य ने नवंबर 2022 में 3 हजार रुपए लिए। एक माह बाद प्रॉफिट सहित 4500 रुपए लौटाए। इसके बाद दोनों ने सिद्धार्थ से 10 हजार रुपए इन्वेस्ट करने के लिए कहा। बाद में 2 लाख रुपए इन्वेस्ट कराकर 32 हजार की दो किश्तें दीं। इसके बाद सिद्धार्थ से कहा कि ज्यादा प्रॉफिट के लिए इन्वेस्टमेंट अमाउंट बढ़ाना होगी।
इस पर उसने ब्याज पर 12 लाख रुपए लेने के बाद मां और खुद की ज्वेलरी बेचकर 23 लाख से ज्यादा का अमाउंट दे दिया। पांच महीने से आदित्य और उसका भाई प्रॉफिट बढ़ने की बात करते हुए बाजार में रुपए इन्वेस्ट करने की बात करते रहे।
दोस्तों से इन्वेस्टमेंट के नाम पर रुपए लेने के बाद दोनों भाइयों ने तीन कारें खरीदी थीं। इधर, जिन भाइयों पर आरोप है, उनका पक्ष सामने नहीं आ सका। फरियादी का दावा है कि दोनों भाई यहां से लापता हैं। इसी कारण शिकायत करना पड़ी।
दोस्तों से इन्वेस्टमेंट के नाम पर रुपए लेने के बाद दोनों भाइयों ने तीन कारें खरीदी थीं। इधर, जिन भाइयों पर आरोप है, उनका पक्ष सामने नहीं आ सका। फरियादी का दावा है कि दोनों भाई यहां से लापता हैं। इसी कारण शिकायत करना पड़ी।
दोनों भाई जीते थे लग्जरी लाइफ, तीन कार, नोट गिनने की मशीन खरीदी
आदित्य और उसके भाई दीक्षान ने संकल्प शर्मा और जय जोशी से भी रुपए लिए थे। दोनों ने जब काफी तकादा किया तो संकल्प से लिए गए साढ़े पांच लाख के बदले आधा अमाउंट उसे वापस कर दिया। कुछ रुपए मार्केट में डूबने की बात कही। वहीं जय जोशी को भी कम अमाउंट वापस किया। सिद्धार्थ ने बताया कि दोनों भाइयों ने जब सभी से रुपए लेना शुरू किए तो उनकी लाइफ स्टाइल बदल गई थी। दीक्षान ने तीन कार के अलावा दो महंगी बाइक भी खरीद ली थी।