लाड़ली बहना योजना के 1 हजार के स्वीकृति पत्रों वितरित

बिछड़ौद। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा प्रदेश भर में शुरू की लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत प्रदेश की पात्र हितग्राही महिलाओं को दिए जा रहे 1 हजार रुपए के स्वीकृती- पत्रों का महिलाओं के वितरण कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को ग्राम पंचायत बिछड़ौद (खालसा) के तत्वावधान में आयोजित किया गया। जिसमें अतिथि उज्जैन की पूर्व महापौर मीना जोनवाल, जिला पंचायत सदस्य अजिता परमार, जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि ईश्वरसिंह कराड़ा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष उषा सोनी सहित अन्य रहे।
ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि मुकेश चांदना ने सभी अतिथियों का पुष्पमाला पहना तो साफा बांधकर स्वागत किया। तत्पश्चात आयोजन को भाजपा नेताओं ने संबोधित करते हुए प्रदेश की शिवराजसिंह सरकार द्वारा चलाई जा रही अनेकों योजनाओं का बखान किया। साथ ही कांग्रेस सरकार में जनता से किए गए छलावों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा जनता को योजनाओं के तौर पर बहलाने को लेकर जमकर खरी- खोटी सुनाई। बाद में सभी अतिथियों ने सामूहिक रूप से 1 हजार रुपए के स्वीकृती- पत्रों का योजना में पात्र महिलाओं को वितरण किया। सरपंच प्रतिनिधि मुकेश चांदना ने बताया की मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत बिछड़ौद (खालसा) की करीब 900 महिलाएं पात्र हैं, जिन्हें आंगनवाड़ी केंद्रों के अनुसार भी स्वीकृती पत्रों का वितरण किया जाएगा। इस मौके पर जनपद सदस्यद्वय बद्रीलाल मालवीय, दशरथसिंह चौहान, पूर्व भाजपा जिला महामंत्री यशोदा बैरागी, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष रामसिंह बड़ाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष जगदीश नारायण त्रिवेदी, सरपंच गजेंद्रसिंह रूणजी, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष रेखा शर्मा, सचिव अर्जुनसिंह सोलंकी, सहा.सचिव शाकीर खान, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मधुकांता बैरागी, कमलाबाई प्रजापति सहित सैंकड़ों जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ताओंं के साथ ग्रामीण महिलाएं आदि मौजूद रहे। संचालन मुरलीधर शर्मा ने किया।
सुसनेर
लाड़ली बहना के बैंक एकाउंट की गुरुवार से 1 रुपया डालकर टेस्टिंग की शुरूआत हो गई। इसके बाद कई महिलाओं के मोबाइल पर खाते में एक रुपया पहुंचने का मैसेज तो नहीं आया पर उन्होंने शाम को ई-पास बुक के माध्यम से देखी तो उसमें एक रुपए जमा हो चुका था। अब महिलाऐं इस बात को खुशी-खुशी अपने परिवार के बाकी सदस्यों को बता रही है। उन्हें खुशी इस बात की भी है कि वे एक हजार रुपए महीने के लिए पात्र हो गई हैं। अभी तक पात्रता और अपात्रता को लेकर चल रहे असमजस्य के बीच 1 रुपएं की इस टेस्टिंग ने पात्रता का सटिफिकेट भी दे दिया है। हालाकि महिला एवं बाल विकास विभाग के द्ववारा अब पात्र महिलाओं को स्वीकृति पत्र भी आगामी दिनों में सौपे जाएगें। सुसनेर निवासी पदमा जैन ने बताया कि उनके खाते में 1 रूपया आया है। 1 से 7 जून तक पात्र महिलाओं को स्वीकृति पत्र भी दिए जाएंगे। इसके बाद आगामी 10 जून से महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपए की राशि ट्रांसफर की जाएगी। लाडली बहना योजना को लेकर अब परेशानी यह है कि 26 हजार 800 महिलाओं के घर पात्रता पत्र अगले 5 दिन में पहुंचाना भी एक चुनौती है। इसके लिए सभी सरकारी विभागों के छोटे-बड़े सभी कर्मचारी लगा दिए गए हैं। एक दो दिनों मे घर-घर स्वीकृति पत्र पहुंचना शुरू हो जाएगें। दूसरी मुश्किल 2200 से अधिक वे महिलाएं हैं जिनके खाते अभी तक डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) नहीं हुए हैं। इनमें से कुछ ने तो दस्तावेज ही नहीं दिए हैं जबकि कुछ बैंक स्तर पर लंबित हैं।ऐसी महिलाओं के लिए परेशानी यह है कि वे योजना के लिए पात्र होगी या नही। इन महिलाओं के समग्र लिंग से चेक कर महिला एवं बाल विकास विभाग के द्ववारा खाते खुलवाऐं जा रहे है।