April 25, 2024

इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने दो घंटे में रिश्वत लेने वाले तीन घूसखोर कर्मचारियों को रंगेहाथ पकड़ा। कोई अधिकारी के नाम पर तो कोई अजा-जजा वर्ग को सरकार से मिलने वाली राहत राशि जारी करने के एवज में घूस मांग रहा था।
डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक निंबोला के रहने वाले अर्जुन पिता संतोष ने शिकायत की थी कि सहायक आयुक्त जनजातीय व जनजाति कार्य विभाग के क्लर्क जयंत चौधरी दो लाख रुपए की सहायता राशि जारी करने के एवज में 15 हजार रुपए की घूस मांग रहे हैं। जयंत ने जैसे ही रंग लगे नोट लिए, टीम ने उसे धरदबोचा।

बड़े साहब को देने पड़ते हैं रुपए

दूसरा केस आधार कार्ड रजिस्ट्रेशन केंद्र का पंजीयन जारी करने से जुड़ा है। सीएससी सेंटर के कर्मचारी अंकित वर्मा और अशफाक पिता शब्बीर मोहम्मद ने पंजीयन नंबर जारी करने के एवज में जिया उल हक से 1.60 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। दोनों ने उनसे कहा कि अधिकारियों को रुपए देने पड़ते हैं, हमारी जेब में कुछ नहीं जाता। जिया उल हक ने पहली किस्त के 30 हजार अशफाक को दिए। अशफाक ने अंकित को रुपए थमा दिए। दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।