March 29, 2024

इंदौर। नकली नोट छापने के मामले में आरोपी युवक को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। लॉक डाउन में नौकरी छूटने पर युवक ने यू-ट्यूब से नकली नोट छापने का तरीका सीखा और घर पर ही स्कैनर, प्रिंटर की मदद से 100, 500 और 2 हजार के जाली नोट छापने लगा।
उसके पास से 2 लाख 53 हजार 100 रुपए के नकली नोट बरामद हुए थे। कुछ जाली नोट वो सब्जी मंडी, ठेलेवालों और शराब दुकान पर चला चुका था। करीब 2 साल पहले पकड़े गए आरोपी को कोर्ट ने शनिवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। ये इंदौर में पहला मामला माना जा रहा है। जब नकली नोट छापने पर आरोपी को उम्र कैद की सजा हुई है।
गौरतलब है कि 9 जून 2021 को थाना काइम ब्रांच इंदौर के उपनिरीक्षक लोकेन्द्र सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि राजरतन तायडे निवासी आजाद नगर नकली नोट छापने का कारोबार कर रहा है। मुखबिर ने बताया था कि राजरतन 100, 500 व 2000 रुपए के नकली नोट लेकर सुबह 11:30 से 12 बजे के आसपास नकली नोटों का बंडल लेकर किसी को देने जाने वाला है।
आरोपी असली नोट की मदद से स्कैनर और प्रिंटर के जरिए नकली नोट तैयार करता था। कुछ एक तरफ छपे हुए नकली नोट, नोटों की कतरन भी घर से बरामद किए गए। नकली नोटों की जांच भी देवास बैंक नोट प्रेस से करवाई थी।