April 25, 2024

मुंबई कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार गौतम अडानी पर हमलावर रहे हैं. विपक्ष के कुछ अन्य नेता भी अडानी को लेकर सरकार को घेरते रहे, लेकिन अब कांग्रेस के साथ महाविकास अघाड़ी का हिस्सा रहे एनसीपी के नेता शरद पवार ने कांग्रेस तेवरों से किनारा किया है. उन्होंने हिंडनबर्ग विवाद पर कहा कि अडानी को टारगेट किया जा रहा है. अडानी ग्रुप के मामले में जेपीसी जांच कराने की मांग का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने समर्थन नहीं किया है.

उन्होंने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सुप्रीम कोर्ट की बनाई गई कमेटी का स्वागत करते हुए कहा कि इसकी जांच हो रही है, ऐसे में ज्यादा उम्मीद है कि सच सामने आएगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा है कि अदालत के फैसले के बाद जेपीसी जांच का कोई महत्व ही नहीं है. इस बयान के बाद विपक्षी एकता में दरार पड़ने लगी है. एनसीपी चीफ शरद पवार ने गौतम अडानी का समर्थन करते हुए कहा कि एक इंडस्ट्रियल ग्रुप को टारगेट किया गया. इतना ही नहीं पवार ने यह भी कहा कि इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग व्यर्थ है.

कांग्रेस ने बताया शरद पवार की निजी राय
उन्होंने एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को आवश्यकता से अधिक तूल दिया गया और इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट कमिटी से ही कराई जानी चाहिए. शरद पवार के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि यह उनके (शरद पवार) अपने विचार हो सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘इस मामले में 19 विपक्षी दल एकजुट हैं. हम सभी इस पूरे मामले को बेहद गंभीर मानते हैं. बीजेपी के खिलाफ एनसीपी सहित 20 विपक्षी दल एक साथ हैं’