April 26, 2024

फोन बंद कर वाकी-टाकी से करते थे बात, गैंग ने 10 राज्यों में 70 जगह की चोरियां

इंदौर। पुलिस ने हाईप्रोफाइल चोरों को पकड़ा है, जो वारदात के वक्त वाकी-टाकी का उपयोग करते थे। चोरों से लाखों रुपये कीमती सोना, घड़ियां और स्कार्पियो कार बरामद हुई है। सोना गलाने की मशीन, परखने की कसौटी और अत्याधुनिक उपकरण बरामद हुए, जो ताले तोड़ने में इस्तेमाल होते थे। एक आरोपित फरार है। गिरोह ने 10 राज्यों में 70 जगह पर चोरी करना स्वीकारा है।
एडिशनल डीसीपी जोन-2 राजेश व्यास के मुताबिक, पिछले वर्ष 17 फरवरी को संयुक्त संचालक (नगरीय प्रशासन) राजीव निगम के बंगले (स्कीम-114) में लाखों रुपये और ज्वेलरी की चोरी हुई थी। पुलिस ने कई कालोनी और टोलनाकों से सीसीटीवी फुटेज निकाले और सोमवार को आरोपित अनूप पुत्र भृगुनारायण सिंह निवासी एलआइसी-4 सेक्टर सी अरेरा कालोनी, अभिषेक पुत्र राजू सिंह निवासी अरेरा कालोनी विट्ठल मार्केट और अमित पुत्र ओमप्रकाश सिंह निवासी नगर पालिका के पास गेहूं खेड़ा कोलार रोड़ खजूरी को गिरफ्तार कर लिया।
सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपितों ने बताया कि वे पुलिस चेकिंग, छानबीन के तरीकों से वाकिफ हैं, इसलिए शहर में प्रवेश करते ही मोबाइल फोन स्वीच आफ या फ्लाइट मोड पर डाल देते थे। उनके पास चार वाकी-टाकी थे और बातचीत के लिए उसका ही उपयोग करते थे। इससे न उनकी लोकेशन मिलती थी, न किसी को संदेह होता था।

चोरी के बाद फार्म हाउस में पार्टी

टीआइ संतोष दूधी के मुताबिक, आरोपित मूलत: बिहार के रहने वाले हैं।करोड़ों की चोरियों से मिलने वाले रुपये जमीन में निवेश कर दिए थे। भोपाल में तो तीन साल पूर्व आलीशान फार्म हाउस खरीदा था, जिसमें नौ एसी, अस्तबल, स्विमिंग पूल है। यह फार्म हाउस उन्होंने साल 2020 में 20 लाख रुपये में खरीदा था। वारदात में सफलता मिलने के बाद फार्म हाउस पर पार्टी का आयोजन होता था। अभी तक की पूछताछ में ओडिशा, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात सहित 10 राज्यों में 70 से ज्यादा वारदातें करना स्वीकारा है।

नागपुर पुलिस से मिला गिरोह का सुराग

इंदौर में संयुक्त संचालक के बंगले में हुई चोरी की घटना में पुलिस को टोलनाका से सीसीटीवी फुटेज मिले थे। चोरों की कार भोपाल की तरफ जाते हुए दिखी, लेकिन इसके बाद कोई सुराग नहीं मिला। पिछले साल
जुलाई में नागपुर पुलिस से खबर मिली कि उन्होंने चार चोरों को पकड़ा है, जो इंदौर के लसूडिया और पलासिया क्षेत्र में चोरी करना कबूल रहे हैं। इसी बीच आरोपियों को उज्जैन पुलिस ने रिमांड पर ले लिया लेकिन माल बरामद नहीं हुआ। लसूडिया पुलिस आरोपियों के जमानत पर बाहर आने का इंतजार करती रही। जैसे ही मौका मिला पुलिस ने चोरों को गिरफ्तार कर लिया।