April 26, 2024

सोनू मंसूरी ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से जुड़े कई नाम कबूले, रिमांड में हो सकते हैं कई खुलासे

इंदौर। कोर्ट रूम की सुनवाई का वीडियो बनाने वाली सोनू मंसूरी को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है। सोनू मंसूरी ने दिल्ली से आए एक वरिष्ठ वकील से बात करने के बाद ही अपने बयान दर्ज करवाए।
सोनू ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पीएफआई समर्थकों के नाम कबूले हैं। जिसमें वकील और कुछ अन्य लोग शामिल है। एमजी रोड टीआई संतोषसिंह यादव के मुताबिक सोनू पुत्री सुपडू निवासी कसरावद जिला खरगोन को शनिवार दोपहर जिला कोर्ट (42 नंबर) से पकड़ा गया था। सोनू स्वयं को वकील बता कर हिंदू संगठन से जुड़े तन्नू शर्मा की जमानत पर चल रही बहस का वीडियो बना रही थी।

एक लाख 26 हजार रुपये भी जब्त

उसके पास से पुलिस ने एक लाख 26 हजार रुपये भी जब्त किए। उसने बताया कि वह देवास के शासकीय विधि कालेज में थर्ड इयर की छात्रा है। सनद न होने के बाद भी सोनू वकील बन कर कोर्ट में पेश होती थी।

महिला वकील से जुड़ी है सोनू

पुलिस अब उस व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रही है जिसने सोनू को रुपये दिए थे। जांच में शामिल एक अफसर के मुताबिक सोनू एक महिला वकील से जुड़ी है, जो सिमी और पापुलर फ्रंट आफ इंडिया(पीएफआई) के सदस्यों की मदद करती है। इस महिला ने खरगोन दंगों के आरोपितों की भी पैरवी की थी। पुलिस को शक है कि वह पीएफआई जैसे संगठन के सतत संपर्क में है।

वीडिया का पूछते ही चुप्पी साध लेती है युवती

पुलिस के मुताबिक युवती के फोन में कई वीडियो मिले हैं। उसने कोर्ट की उस प्रोसीडिंग को भी रिकार्ड कर लिया जिसमें हिंदू संगठन के लोगों की जमानत पर बहस चल रही थी। पुलिस अब इस बात की पुष्टि कर रही है कि युवती ने सिर्फ नूरजहां के कहने पर यह काम किया या पर्दे के पीछे कोई और भी है।

कहां गए मुलजिमों के वकील पत्र

सोनू ने पुलिस को बताया कि वकील नूरजहां बोली थी मेरा एक ग्राहक तुम्हे रुपये देगा। तुम मेरी टेबल पर पहुंच जाओ।सोनू 32 नंबर कोर्ट के पीछे गई और एक व्यक्ति से रुपये लेकर कोट की जेब में रख लिए। उसने रुपयों के साथ कुछ मुलजिमों के वकील पत्र भी दिए।
नूरजहां ने यह भी कहा कि तुम वहां से तुरंत निकल जाना। इसके बाद सोनू 42 नंबर कोर्ट गई और कुछ वीडियो बनाने लगी। पुलिस के मुताबिक साइबर सेल की मदद से फोन का डेटा रिकवर करवा रहे है, लेकिन सोनू को मिले वकील पत्र अभी तक नहीं मिले हैं।