April 16, 2024
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
शहर का महत्वपूर्ण यातायात के लिहाज से महत्वपूर्ण माने जाने वाले फ्रीगंज ब्रिज पर अंधेरा पसरा हुआ है। ब्रिज पर लगाई गई दूधिया रोशनी करने वाली एलईडी लाइट कई दिनों से बंद है। लेकिन जिम्मेदार मुख दर्शक होकर तमाशा देख रहे हैं। लिहाजा वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानियां हो रही है। इसके साथ दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी बढ़ने लगी है। पुराने और नए शहर को जोड़ने वाला यह ब्रिज बरसों पुराना है और यातायात के हादस महत्वपूर्ण माना जाता है इस ब्रिज के समकक्ष नया ब्रिज बनाने की योजना भी कागजों में कहीं दफन होकर रह गई है।  नगर निगम नए बोर्ड के द्वारा भी इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया जाना आश्चर्य का विषय कहा गया है।
  फ्रीगंज ब्रिज बरसों पुराना बना हुआ है और यह नए और पुराने शहर को जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ  यातायात के लिहाज से भी खासा महत्व रखता है। इस ब्रिज पर वाहनों का दबाव सुबह से देर रात तक बना रहता है। भारी वाहन भी इस ब्रिज से हर दिन गुजरते हैं। वही पैदल महिला पुरुष युवक युवतियां बुजुर्ग राहगीर स्कूली बच्चे भी हर दिन ब्रिज से आना – जाना करते हैं। लेकिन इन दिनों इस ब्रिज पर खतरा मंडरा रहे हैं। इसकी वजह कही गई की फ्रीगंज ब्रिज पर दूधिया रोशनी करने वाली लगाई गई एलईडी लाइट कई दिनों से बंद पड़ी हुई है और  अंधेरा पसरा हुआ है। लेकिन इस मामले में जिम्मेदार विभाग अधिकारियों द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया । जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहे हैं। नगर निगम में बने नए बोर्ड महापौर पार्षद एमआईसी सदस्य जनप्रतिनिधि विधायक मंत्री भी इस मामले में कोई कार्यवाही करते हुए सामने नहीं है। इस पुल से गुजर रहे राहगीर ने दैनिक अवन्तिका के प्रतिनिधि गुरु एस नागर को जानकारी दी की वह रोज सुबह शाम और रात इस ब्रिज से पैदल  आना-जाना करते हैं। तकरीबन 10 – 15 दिनों से ब्रिज के दोनों छोर पर लगाई गई एलईडी लाइट बंद है। कुछ एक दो लाइट उजाले कर रही है। बावजूद ब्रिज पर अंधेरा पसरा हुआ है।  वाहन चालक राहगीर परेशानियों में रहते हैं और दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी बनी रहती है।
 ब्रिज की नई शाखा बनाने की योजना हवा हवाई
  फ्रीगंज ब्रिज बरसो पुराना है। लिहाजा  जनप्रतिनिधि सरकार की ओर से भी फ्रीगंज पुल की एक नई शाखा बनाने की योजना लाई गई थी। लेकिन वह भी हवा हवाई हो गई। ऐसे में साफ है कि स्मार्ट सिटी को बनाने के दावे करने वाली अधिकतर योजनाएं सिर्फ कागजों में ही बनी है। फ्रीगंज ब्रिज पर सभी तरह के वाहनों का हर दिन दबाव बना रहता है। चामुंडा से फ्रीगंज को जाने वाले वाहन चालक को उल्टी दिशा ग्रांड होटल की ओर जाने से रोकने में भी नाकामी बनी हुई है। ऐसे में ब्रिज पर अंधेरा होने से गंभीर दुर्घटनाओं की  स्थिति भी यहां मौजूद कुछ राहगीरों ने बताई है।
 कई मुख्य मार्गों पर एलईडी लाइट बंद
 देवासगेट से चामुंडा माता मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर भी एलईडी लाइट बंद है। रेलवे स्टेशन बस स्टैंड के सामने भी अक्सर एलइडी लाइट बंद रहने से अंधेरा पसरा रहता है। इसके साथ कुछ धर्म स्थलों  को जाने वाले मार्ग पर भी  एलईडी  स्ट्रीट लाइट बंद है। इसके साथ ही अनेक वार्ड क्षेत्रों में भी सडक की लाइट बंद होने से अंधेरे पसरे हुए हैं। आमजन ने आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के दावे करने वाले विभाग जनप्रतिनिधि अधिकारी इस मामले में कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं। अधिकतर योजनाएं कागजों में ही दफन हो रही है।