दुनिया की चौथी दुर्लभ बीमारी का जिला अस्पताल में उपचार

उज्जैन। संभाग के सबसे बड़े जिला अस्पताल में डॉ. अजय दिवाकर ने दुनिया की चौथी दुर्लभ बीमारी का सफल ऑपरेशन किया है। दुनिया में अब तक तीन मामले विदेशों में सामने आये थे। भारत का पहला और दुनिया का चौथा मामला उज्जैन में मिला था। डॉ. अजय दिवाकर ने बताया कि डेढ़ माह पहले 22 वर्षीय युवक ने उन्हे अंडकोष में सूजन आने की शिकायत की थी। उसका उपचार शुरु किया गया था, लेकिन वह बाद में वापस नहीं लौटा। 10 दिन पहले तकलीफ ज्यादा बढऩे पर उसने दोबारा से संपर्क किया तो उसकी कुछ जांच कराई गई। जिसमें सामने आया कि अंडकोष में एक किलो वजनी गठान हो चुकी, जो युवक की जान ले सकती है। गठान कैंसर का दुर्लभ रुप धारण कर चुकी थी जिसे मेडिकल की भाषा में सेमिनोमा विथ सिन्सीटियो ट्रोफोबलास्टिक ट्युमर कहा जाता है। यह बीमारी अब तक दुनिया के तीन लोगों में होना पाई गई थी। भारत में पहली उज्जैन के युवक को हुई थी। युवक का 20 जून को ऑपरेशन किया गया और एक किलो वजनी गठान का निकाला गया। ऑपरेशन में उनके साथ डॉ. बीएस डांगी और स्टॉफ साथ था। गठान को बायोप्सी जांच के लिये भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट आने पर यह दुनिया की चौथी दुर्लभ बीमारी होना सामाने आई है। डॉ. दिवाकर के अनुसार युवक पूरी तरह से स्वस्थ है, सोमवार दोपहर को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।