उज्जैन/इंगोरिया। ग्राम बलेडी में शनिवार सुबह 2 बच्चों की मां घर में मृत पड़ी मिली थी। जांच में मारपीट होना और गला दबाया जाना सामने आया था। पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की और 24 घंटे में हत्या का सुराग तलाशकर मृतिका के पति को हिरासत में ले लिया। चरित्रशंका में उसने हत्या का अंजाम दिया था।
इंगोरिया थाना क्षेत्र के ग्राम बलेड़ी में रहने वाले कनीराम पिता भैरूलाल ने शनिवार सुबह पुलिस को सूूचना देकर बताया था कि उसकी बहू सपना घर में मृत अवस्था में पड़ी है। थाना प्रभारी अमित सारस्वत, एएसआई दिनेश निनामा टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे। मामला संदिग्ध होने पर जांच के लिये एफएसएल टीम को बुलाया गया। मृतिका के चेहरे और शरीर पर मारपीट के निशान होना सामने आये। वहीं गला दबाकर हत्या करने का पता चला। परिजनों से पूछताछ शुरू की, इस दौरान सामने आया कि सपना और काशीराम का विवाह 15-16 साल पहले हुआ था। सपना 2 बच्चों की मां है। पति डेढ़-दो साल से अलग रहने चला गया है। परिजनों ने किसी पर शंका नहीं जताई। मामला अंधा कत्ल प्रतीत होने लगा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल पहुंचाया और गांव वालों से पूछताछ शुरू की। पता चला कि सपना और काशीराम में आये दिन विवाद होता था। काशीराम चरित्र शंका करता था। 16 मई की रात 9.30 बजे आया था। दोनों में विवाद भी हुआ था। जानकारी मिलते ही पुलिस ने पति की तलाश में उसके ठिकानों पर दबिश देना शुरू किया। रविवार को सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने कानीराम को ग्राम रूपाहेड़ा से हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पत्नी का गला दबाकर हत्या करना कबूल कर लिया। थाना प्रभारी सारस्वत ने बताया कि अंधा कत्ल प्रतीत हो रहे मामले का 24 घंटे में खुलासा होने पर मृतिका के पति पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। सोमवार को कोर्ट में पेश किया जायेगा।
घटना के समय बच्चे गये थे मामा के घर
एएसआई दिनेश निनामा ने बताया कि घटना की जांच में सामने आया कि काशीराम जब सपना के घर आया था, उसे दौरान उसके दोनों बच्चे अपने मामा के घर ग्राम मोलाना बड़नगर गये थे। घर पर सपना अकेली थी। वह अलग मकान में रहती थी। सुबह उसके ससुर को सपना दिखाई नहीं दी तो वह देखने पहुंचा था। उस दौरान जमीन पर मृत पड़ी दिखी थी।
आरोपी को पकड़ने में यह थे शामिल
एसडीओपी महेन्द्रसिंह परमार ने बताया कि घर में महिला की लाश मिलने और एफएसएल जांच में हत्या होना सामने आने के बाद उसके पति द्वारा हत्या किये जाने का पता चलने पर उसकी गिरफ्तारी में थाना प्रभारी अमित सारस्वत, एएसआई दिनेश निनामा, प्रधान आरक्षक अमरसिंह, कैलाश शर्मा, संग्रामसिंह, आरक्षक गिरधारी कनेल, सतीश राठौर, दिवाकर शर्मा, महिला आरक्षक रानी गोस्वामी की भूमिका रही।