मंत्रालय से लेकर मैदान तक होंगे बड़े बदलाव

 

इंदौर। केंद्र और राज्य सरकार ने विकास का जो खाका तैयारी किया है, उसको अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार ने तैयारी कर ली है। विकास योजनाओं-परियोजनाओं का क्रियान्वयन ठीक से हो इसके लिए सरकार मंत्रालय से लेकर मैदान तक बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करने जा रही है।
बताया जाता है कि इसके तहत मंत्रालय में पदस्थ अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव रैंक के अधिकारियों की जिम्मेदारी बदली जाएगी, वहीं कई जिलों के कलेक्टर भी बदले जाएंगे।

मंत्रालयीन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासनिक सर्जरी में किस आईएएस अधिकारी को कौन-सी जिम्मेदारी दी जानी है इसका खाका मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन ने तैयार कर लिया है। बताया जा रहा है कि नई जमावट आगामी तीन

 

अतरिक्त प्रभार से मिलेगी मुक्ति ये —

आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन के बीच चर्चा में अफसरों के ट्रांसफर को लेकर सहमति बन गई है।
जल्द ही अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए जा सकते हैं। वर्तमान में मप्र कैडर के एसीएस और पीएस रैंक के 15 अधिकारी केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में पदस्थ है। अफसरों की कमी के चलते मप्र में एसीएस और पीएस रैंक के अधिकतर अफसरों के पास विभागों का अतिरिक्त प्रभार है। चूंकि अधिकारी अतिरिक्त प्रभार वाले विभागों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं, वे सिर्फ रुटीन की फाइलें आगे बढ़ा रहे हैं, जिससे इन विभागों में कामकाज प्रभावित हो
रहा है।

प्रदेश में अफसरों की कमी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोक निर्माण जैसे महत्वपूर्ण विभाग का प्रभार गत नवंबर से एसीएस नीरज मंडलोई के पास है। मंडलोई पूर्व से ऊर्जा जैसे बड़े विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
नीरज मंडलोई मुख्य सचिव अनुराग जैन से पीडब्ल्यूडी का प्रभार उनसे वापस लेने की बात कह चुके हैं। एसीएस और पीएस रैंक के अधिकारियों कमी की वजह से कृषि, स्कूल शिक्षा, जेल और परिवहन जैसे बड़े विभाग सचिव रैंक के अधिकारी संभाल रहे हैं। इन विभागों में एसीएस और पीएस पदस्थ नहीं हैं। आईएएस संजय गोयल सचिव स्कूल शिक्षा और एम. सेलवेंद्रन सचिव कृषि एवं जीएडी (कार्मिक) के पद पर पदस्थ हैं, जबकि जेल एवं परिवहन विभाग का जिम्मेदारी सचिव रैंक के अधिकारी मनीष सिंह के पास है। इनमें से किसी विभाग में एसीएस या पीएस पदस्थ किए जा सकते हैं। मप्र के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह की मंत्रालय में वापसी हो सकती है। उन्हें प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी दी जा सकती है। वे पूर्व में इस विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके है।

इन अफसरों के पास है अतिरिक्त प्रभार —

प्रदेश में कई अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव हैं जो कई-कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। डॉ. राजेश राजौरा के पास एसीएस जल संसाधन विभाग का प्रभार है।
अशोक बर्णवाल के पास एसीएस सहकारिता विभाग, मनु श्रीवास्तव के पास एसीएस खेल एवं युवा कल्याण, संजय दुबे के पास एसीएस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, नीरज मंडलोई के पास एसीएस लोक निर्माण विभाग, अनुपम राजन के पास एसीएस उद्यानिकी एवं संसदीय कार्य विभाग, अनिरुद्ध मुकर्जी के पास एमडी मप्र राज्य संपत्ति प्रबंधन कंपनी, संजय शुक्ला के पास एसीएस विमानन विभाग, रश्मि अरुण शमी के पास एसीएस महिला-बाल विकास विभाग, दिपाली रस्तोगी के पास विकास आयुक्त मप्र, शिवशेखर शुक्ला के पास पीएस धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग, डीपी आहुजा के पास पीएस आयुष विभाग, अमित राठौर के पास पोएस कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग, उमाकांत उमराव के पास पीएस पशुपालन एवं डेयरी विभाग, राघवेंद्र कुमार सिंह के पास पीएस आनंद विभाग, विवेक पोरवाल के पास आयुक्त राहत एवं पुनर्वास संदीप यादव के पास आयुक्त खाद्य सुरक्षा और नवनीत मोहन कोठारी के पास महानिदेशक एप्को का प्रभार है।

Author: Dainik Awantika

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