शुभ कामों पर लगने वाली है रोक, 7 मार्च को होलाष्टक और 14 से खरमास लगेगा – सिर्फ मांगलिक कार्य नहीं होंगे, अन्य त्योहार उत्सव मनते रहेंगे

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 

मार्च में शुभ कामों पर जल्द रोक लगने वाली है। क्योंकि 7 मार्च से पहले होलाष्टक लगेगा फिर बाद में 14 मार्च से खरमास शुरू होगा। दोनों में ही शुभ व मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इस अवधि में सिर्फ मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकेंगे। अन्य त्योहार व उत्सव आदि सब परंपरागत रूप से मनते रहेंगे।  

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया होलाष्टक का आरंभ मृग शिरा नक्षत्र और वृषभ राशि के चंद्रमा में शुरू होगा। होलाष्टक के दौरान आठ प्रकार की विशेष रात्रियां आती हैं। होलाष्टक फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी से होलिका दहन तक चलता है। इस दौरान अधिकतर स्थानों पर मांगलिक कार्य नहीं करने की परंपरा है। हालांकि कुछ स्थानों पर लोग मांगलिक कार्य करते हैं। होलाष्टक में यंत्र, मंत्र और तंत्र पूजा व साधना का विशेष फल मिलता है। 

होलाष्टक होलिका दहन के 

साथ ही समाप्त हो जाएगा

सिद्ध रात्रि, कालरात्रि और मोह रात्रि जैसी विशिष्ट रात्रियां इसमें आती हैं। 14 मार्च को होलिका दहन के बाद होलाष्टक समाप्त हो जाएगा। इसके बाद 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास भी प्रारंभ हो रहा है। खरमास के दौरान अगले एक महीने तक मांगलिक कार्य नहीं होंगे। हालांकि, अन्य त्योहार और उत्सव यथावत मनाए जाएंगे।

 

Author: Dainik Awantika