महिला दिवस के अवसर पर रक्तदान करने वाली 101 नारी शक्तियों का किया जाएगा सम्मान

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित देश का पहला निःशुल्क ब्लड कॉल सेंटर महिला दिवस के अवसर पर तीन दिन पूर्व यानि दिनाँक 5 मार्च, 2023 को निःशुल्क रक्त दान करने वाली 101 महिलाओं को सम्मानित करने जा रहा है। यह कार्यक्रम इंदौर शहर में आयोजित किया जाएगा। सेंटर द्वारा इन नारी शक्तियों को ‘माँ अहिल्या रक्त नारी सम्मान’ से सम्मानित किया जाएगा। अपना रक्त दान देकर, किसी व्यक्ति विशेष के जीवन की रक्षा करने वाली महिलाएँ +91 92002 50000, +91 70245 12345 पर खुद को रजिस्टर कर सकती हैं।
इस आयोजन के माध्यम से अशोक नायक, संयोजक, दामोदर युवा संगठन, ने कहा, “देश-दुनिया के ऐसे क्षेत्रों में नारी शक्ति आगे आई है, जहाँ पुरुष यह सोचते थे कि यह काम महिलाओं के बस का नहीं है। एक अन्य मिथक हमारे देश में यह देखा जाता है कि रक्तदान के विषय पर पुरुष ही आगे आते हैं। महिलाएँ इस सीमा को भी तोड़ चुकी हैं, और बड़ी संख्या में रक्त दान करने को तत्पर रहती हैं। ऐसे में महिला दिवस के अवसर पर देश की नारी शक्ति को यह सम्मान प्रदान करना न सिर्फ हमारे लिए गौरव की बात है, बल्कि इंदौर शहर के साथ-साथ पूरे मध्य प्रदेश के लिए भी यह गर्व का क्षण है।”
वे आगे कहते हैं, “महिलाओं का सम्मान सिर्फ महिला होने के कारण ही नहीं होना चाहिए, बल्कि इसलिए भी होना चाहिए, क्योंकि उनकी खुद की अपनी व्यक्तिगत पहचान है। वे भी समाज की भलाई में समान रूप से योगदान देती हैं। नारी शक्ति अविश्वसनीय है और इसे चंद शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम महिला दिवस के अवसर पर आपके प्रयासों को पहचानने और सम्मानित करने में सक्षम हो सके हैं। पूरे संगठन की तरफ से प्रत्येक महिला को महिला दिवस की शुभकामनाएँ।”
गौरतलब है कि दामोदर युवा संगठन द्वारा संचालित ब्लड कॉल सेंटर जरूरतमंदों को विगत कई वर्षों से निःशुल्क सेवाएँ दे रहा है, और बड़ी संख्या में अनमोल जीवन को बचा सकने में सक्षम रहा है, जिसका पूरा श्रेय रक्तदाताओं को जाता है। इन रक्तदाताओं के माध्यम से ही यह सेंटर वर्षों से जरूरतमंदों को रक्त देकर उनका जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान बेहतर कार्य किए जाने के एवज में इस संगठन को वर्ष 2021 में सर्टिफिकेट ऑफ कमिटमेंट (वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स) से सम्मानित किया जा चुका है। श्री अशोक नायक व उनके समस्त साथीगण इस कार्य के लिए 24 घंटे तत्पर रहते हैं।