मप्र कांग्रेस की नई टीम को शिवराज ने बताया सर्कस

शिवराज बोले- कांग्रेस दिल्ली में मां-बेटे, मप्र में बन गई पिता-पुत्र की पार्टी , पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में हैं कमलनाथ वह उनके बेटे नकुलनाथ

कमलनाथ की नई टीम में 105 प्रदेश महामंत्री 50 उपाध्यक्ष जिला व शहर के कई अध्यक्ष भी बदले

भोपाल। ‘नया साल-नई सरकार’ का नारा देने वाली मध्यप्रदेश कांग्रेस ने बीती रात नई टीम घोषित कर दी है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने पदाधिकारियों की सूची जारी की है। इनमें 105 प्रदेश महामंत्री और 50 उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। सभी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की सूची भी जारी की गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह मसानी को फिर एमपी कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कांग्रेस की नई टीम पर तंज कसते हुए कहा, कार्यकारिणी नहीं सर्कस है। भोपाल में आज सुबह मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस में कार्यकर्ता कोई बचा ही नहीं। जितने थे, सब पदाधिकारी बना दिए। ये अद्भुत पार्टी है। 150 महामंत्री बना दिए। ये 550 भी कर देंगे। पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में तो पिता के साथ पुत्र भी शामिल हैं।
सीएम ने कहा- कांग्रेस कहीं मां-बेटे की पार्टी है, तो कहीं पिता-पुत्र की पार्टी। ये कांग्रेस की नियति हो गई है।

पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में कमलनाथ-नकुलनाथ शामिल

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्यप्रदेश कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में सीनियर और जूनियर नाथ यानी कमलनाथ और नकुल नाथ दोनों को शामिल किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा बनाई गई 21 सदस्यीय कमेटी में मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के अलावा कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह, राहुल विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, नकुलनाथ, बाला बच्चन, जीतू पटवारी, सुरेंद्र चौधरी, रामनिवास रावत, नर्मदा प्रसाद प्रजापति, सज्जन सिंह वर्मा, आरिफ अकील, कमलेश्वर पटेल, महेंद्र जोशी, रामेश्वर नीखरा और शोभा ओझा को शामिल किया है।

अरविंद बागड़ी को इंदौर शहर अध्यक्ष

कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में 64 जिला अध्यक्षों की लिस्ट भी जारी की है। इसमें अरविंद बागड़ी को इंदौर सिटी का जिला अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि इंदौर ग्रामीण जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सदाशिव यादव को दी गई है।

पार्टी में अंतर्कलह, राष्ट्रीय महासचिव को देनी पड़ी सफाई

कांग्रेस की लिस्ट जारी होते ही अंदरखाने में विवाद छिड़ गया है। देर रात नेताओं के घर नाराज कार्यकर्ताओं ने फोन करने शुरू कर दिए। जब विवाद बढ़ने लगा तो कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मप्र के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल को सफाई देनी पड़ी। उन्होंने आधी रात को ट्वीट कर लिखा- ये लिस्ट अंतिम नहीं है। भारत जोड़ो यात्रा के बाद इसमें विस्तार और संशोधन किया जाएगा।

Box

दिग्विजय सहित कई बड़े नेताओं के गुटों की उपेक्षा

बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्ष की सूची में जमकर कमलनाथ जी गुट व पचौरी गुट की चली है। दिग्विजय सिंह ,अरुण यादव ,अजय सिंह ,डॉ.गोविंद सिंह गुट की भारी उपेक्षा , उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में ही उनके विरोधी नामों को अध्यक्ष बनाया गया।