उज्जैन। गिरवी कारों का फर्जी एनओसी के माध्यम से सौदाकर 9.30 लाख की ठगी करने वाले फरार इनामी आरोपी को 8 माह बाद गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने 2 युवकों से ठगी के रूपये नगद और आॅनलाइन प्राप्त किये थे और झांसा देकर कारें भी वापस ले गया था।
महाकाल थाना प्रभारी गगन बादल ने बताया कि 17 अप्रैल को बेगमबाग कालोनी में रहने वाले रिजवान पिता इलियास खान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके और साथी शाकीब खान के साथ भोपाल के इब्राहिमगंज में रहने वाले शाहरूख पिता शाहिद खान ने 9.30 लाख की ठगी कर धोखाधड़ी की है। आरोपी शाहरूख ने होड़ा सिटी कार क्रमांक एमएच 43 एआर 1511 और बलेनो कार क्रमांक टीएस 08 जे एम 6510 कारों को सौदा फर्जी अनुबंध के आधार पर किया था और एनओसी की फोटो कॉपी देकर मूल एनओसी बाद में देने की बात कहीं थी, बाद में पता चला था कि उक्त कारें गिरवी रखी हुई है और फायनेंस शेष है। मामले में धोखाधड़ी की धारा 420 का प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की गई थी, लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक द्वारा 10 हजार के इनाम की उद्घोषणा की गई थी। बुधवार रात ख्बार मिली कि धोखाधड़ी का फरार इनामी आरोपी शाहरूख खान उज्जैन विराटनगर आया हुआ है। जिसकी गिरफ्तारी के लिये तत्काल एसआई नेहा जादौन, प्रधान आरक्षक मनीष यादव और सुनील पाटीदार को रवाना किया गया। कुछ देर की तलाश के बाद शाहरूख को हिरासत में ले लिया गया। जिसे थाने लाकर विधिवत गिरफ्तारी की गई। गुरूवार को कोर्ट पेश किया गया था, जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
एनओसी चैक करने पर सामने आया फायनेंस
थाना प्रभारी बादल ने बताया कि धोखाधड़ी के आरोपी ने रिजवान से होड़ा सिटी कार का सौदा 3.50 लाख में 5 अक्टूबर 2023 को किया गया था। वहीं शाकीब खान से बलेनो का सौदा 4.25 लाख में 24 अगस्त 2023 को किया था। शाकीब से आरोपी ने नाम ट्रांसफर के लिये 1 लाख अलग लिये थे। उन्हे मूल एनओसी 8 दिन में देने की बात कहीं थी और सौदे के समय एनओसी की प्रतिलिपी दी गई थी। 8 दिन बाद एनओसी नहीं मिलने पर प्रतिलिपी से रिजवान ने स्थिति चैक की तो पता चला कि होड़ा सिटी कार पर 6 लाख का फायनेंस है। वहीं शाकीब द्वारा ली गई बलेनो कार भोपाल स्थित भारत टाकिज के पीछे रहने वाले पूर्व पार्षद रफीक को गिरवी रख उससे भी रूपये प्राप्त किये गये है।
रूपये देने का झांसा देकर वापस ली कार
रिजवान ने शिकायत के दौरान बताया था कि आरोपी शाहरूख कार डिलिंग का काम करता है। वह उज्जैन चितेरा बाखल में रहने वाले साथी अमजद पिता आजम खान के साथ कार का सौदा करने बेगमबाग आया था। जब एनओसी चैक करने पर कार गिरवी रखी होने और फायनेंस शेष होने का पता चला तो उससे संपर्क किया। वह कार लेने उज्जैन आया और सौदे के रूपये वापस लौटाने की बात कहीं, लेकिन महिनों गुजर जाने के बाद भी उसने रूपये नहीं लौटाये, ना ही कार वापस की।
८ माह से थी तलाश, 10 हजार का था इनाम गिरफ्त में गिरवी कारों सौदा कर 9.30 लाख ठगने वाला
