उज्जैन। शनिवार को सुबह जलद जागने वाले आम शहरी को ठंडी हवाओं ने कपकपाया है और ठंडी हवाओं का दौर दिन भर जारी रहा। यहां तक की दिन में सूरज की रोशनी के बावजूद भी ठंड का प्रकोप रहा है। उत्तर से आ रही ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है।
नवंबर माह में तापमान 10.8 डिग्री तक आकर सिमट गया था। उसके बाद एक बार फिर से तापमान बढा था। दिसंबर में ठंड के आसार तेज हो गए हैं। हिमालय के साथ पहाडी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है और वहां से चल रही उत्तर-पूर्व की हवाओं ने अब मालवांचल को भी ठंडक के आगोश में समेटने का काम कर दिया है। शुक्रवार –शनिवार दरमियानी रात ठंडी हवाओं ने एक बार फिर से तेजी का रूख कर लिया। इसके कारण से शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 10 डिग्री पर जा पहुंचा। एक दिन पूर्व की अपेक्षा करीब पौने दो डिग्री सेंटीग्रेड गिरा हुआ दर्ज किया गया है। इसके उलट दिन के अधिकतम तापमान में एक दिन पूर्व की अपेक्षा करीब आधा डिग्री सेंटीग्रेड की बढत दर्ज हुई है।
दिन में चली 6 किमी प्रति घंटे की ठंडी हवा-
शासकीय जीवाजी वेधशाला से जारी विज्ञप्ति के अनुसार शनिवार को सुबह न्यूनतम तापमान 10 डिग्री एवं शाम को अधिकतम 27 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया। इस दौरान सुबह आर्द्रता 81 एवं शाम को 43 प्रतिशत दर्ज की गई। शनिवार सुबह हवाओं की गति शून्य रही जबकि दिन में सूर्य की रौशनी के दौरान ठंडी हवाएं 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली।
दिसंबर में पिछले 5 साल का न्यूनतम तापमान-
दिनांक तापमान
20-12-21 5.0
14-12-24 6.0
20-12-20 6.5
29-12-22 8.8
23-12-23 9.8
दिसंबर में पिछले 5 साल में अधिकतम तापमान-
दिनांक तापमान
02-12-21 16.0
28-12-20 19.0
29-12-24 19.2
05-12-23 20.5
13-12-22 22.0
स्त्रोत- शासकीय जीवाजी वेधशाला,उज्जैन। नोट –आंकडे सेंटीग्रेड में हैं।
शीतलहर एवं ठंड बढेगी-
मौसम विभाग की मानें तो दिसंबर माह ठंड के बीच गुजरेगा। वहीं हवा की गति तेज होने पर शीत लहर भी महसूस होगी। वर्तमान में बर्फबारी का दौर शुरू हुआ है। इसके साथ ही हवाओं ने भी गति पकडी है। उत्तर पूर्व की हवाओं की गति से ठंड का प्रभाव भी बढेगा। शीतलहर जैसी स्थिति भी आने वाले दिनों में बनने की संभावना है।
दुबके रहे जानवर भी-
तापमान में गिरावट एवं ठंडी हवाओं के दौर से शुक्रवार रात को आवारा मवेशी दुबके हुए देखे गए। शनिवार को दिन में आवारा मवेशी भी दुबके हुए और सूरज की रौशनी में सोए देखे गए। आमजन भी दोपहर में घरों के बाहर निकले एवं घरों की छत पर सूरज की रौशनी में धूप लेते देखे गए।
