ब्रह्मास्त्र नई दिल्ली
मध्य रेल और पश्चिम रेलवे ने मिलकर नकली टिकट के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए सख्ती बढ़ाई है। यह हाल के दिनों में नकली/जाली/नकली टिकटों पर यात्रा करने वाले यात्रियों के बढ़ते मामलों को देखते हुए किया गया है। मध्य रेल और पश्चिम रेलवे के उपनगरीय नेटवर्क में टिकट चेकिंग की गतिविधियां तेज की जाएंगी। स्टेशनों और ट्रेनों में अनियमित यात्रा और नकली टिकटों पर यात्रा करने वालों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए स्पेशल टिकट चेकिंग टीमें तैनात की जाएंगी। चेकिंग के तहत, यात्रियों को एक वैलिड पहचान पत्र साथ रखना होगा और उसे टिकट परीक्षक को दिखाना होगा। पहचान पत्र सीजन टिकट पर दी गई जानकारी से मेल खाना चाहिए। रेलवे नकली टिकट बनाने या इस्तेमाल करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहा है। यात्रियों को नकली यात्रा टिकट पाने या बनाने के लिए कोई भी धोखाधड़ी वाला तरीका अपनाने के खिलाफ सख्त चेतावनी दी जाती है।
भारतीय न्याय संहिता (इठर), 2023 के अलग-अलग सेक्शन के तहत नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी, जिसमें 318(2), 336(3), 336(4), 340(1), 340(2), और 3/5 शामिल हैं, जो धोखाधड़ी और जालसाजी और उससे जुड़े अपराधों से जुड़े हैं। सजा में जुमार्ना और 7 साल तक की जेल, या दोनों हो सकते हैं।
मध्य रेल और पश्चिम रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि वे आॅथराइज्ड वेंडर से जारी वैलिड टिकट या रेलवे स्टेशन बुकिंग काउंटर से या अळश्ट से ही टिकट लेकर यात्रा करें।
यात्री अपने मोबाइल फोन पर वळर ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं और मोबाइल वळर ऐप से टिकट बुक कर सकते हैं।
