उज्जैन। बैंक खाताधारकों के साथ 32.41 लाख से अधिक का गबन करने वाला कियोस्क संचालक हिरासत में आ गया है। पूछताछ के बाद उसके कियोस्क सेंटर से ढाई लाख की राशि बरामद की गई है। पुलिस ने 62 बैंक उपभोक्ताओं की शिकायत पर मामले में प्रकरण दर्ज किया था।
जीवाजीगंज थाना प्रभारी विवेक कनोड़िया ने बताया कि श्रीकृष्ण कालोनी में शगुन एमपी आॅनलाइन, कियोस्क सेंटर का संचालन आनंद बागडिया द्वारा किया जाता था। नम्बर माह में कियोस्क सेंटर का ताला लगाकर परिवार सहित गायब हो गया था। तब बैंक उपभोक्ताओं को पता चला था कि उनके खातों से लाखों की राशि का अवैध तरीके से ट्रांजेक्शन किया गया है। 62 लोगों ने आंनद बागडिया के खिलाफ आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि कियोस्क संचालक ने 32 लाख 41 हजार 670 रूपयों को गबन किया है। मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) विश्वासघात एवं अमानत में खयानत, 316 (2) धोखाधड़ी और 316 (5) अपराधिक विश्वासघात एवं आर्थिक लाभ के लिये छल का प्रकरण दर्ज किया गया। आनंद बागडिया की तलाश कर उसे हिरासत में लिया गया है। वह एक माह पहले कियोस्क पर ताला लगाकर दिल्ली भाग निकला था। प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसके घर से ढाई लाख की राशि और रजिस्ट्रर गुरूवार शाम बरामद किये गये है। उसने बैंक उपभोक्ताओं की राशि का ट्रांजेक्शन अपनी परिचित गायत्री हुकुमचंद और सरिता बागड़िया के खातों में किया था। फिलहाल पूछताछ जारी है। थाना प्रभारी के अनुसार आरोपी आंनद ने एक फर्जी टेलीग्राम की लिंक के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया था। उसके साथ लाखों की धोखाधड़ी हो गई थी, जिसके चलते उसने राज्य सायबर सेल में शिकायत आवेदन दिया है।
उपभोक्ताओं के साथ ऐसे किया गबन
आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि वह 2016 से बैंक आॅफ इंडिया और एनआईसीटी कंपनी के साथ बैंकिंग कियोस्क का संचालन करा रहा था। शुरूआत में सब सामन्य रहा। फिर टेलिग्राम पर क्रिप्टो करेंसी की लिंक के माध्यम से मुनाफा कमाने के मायाजाल में फंस गया। लाखों गंवाने के बाद उसने कियोस्क पर आने वाले जीरों बैंलेंस बैंक उपभोक्ताओं के साथ ठगी करना शुरू कर दिया। कियोस्क सेंटर पर राशि जमा कराने आने वाले ग्राहकों से रूपये लेकर रजिस्ट्रर में हस्ताक्षर करवा लेता था, लेकिन बैंक में जमा नहीं करता था। वहीं राशि निकालने वालों से बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगवा लेता था और सर्वर डाउन होने का झांसा देकर राशि को अपने परिचितों के खाते में ट्रांसफर कर देता था।
हिरासत में कियोस्क संचालक, ढाई लाख की राशि बरामद 62 बैंक उपभोक्ताओं के खातों से उड़ाये थे 32.41 लाख
