भरोसे की सवारी के साथ पटरी की पाठशाला का शुभारंभ क्यूआर स्कैन करते ही आटो चालक की दिखेगी कुंडली

उज्जैन। रेलवे पुलिस ने यात्रियों की सुरक्षा के लिये ‘हमारी सवारी भरोसे वाली’ अभियान के साथ पटरी की पाठशाला का बुधवार को शुभारंभ किया। अब यात्री आटो पर लगा क्यूआर कोड स्कैन कर चालक की कुंडली देख सकेगें और यात्रा शुरू करने का भरोसा कर सकेगें।
14 नवम्बर को रेल यात्रियों के लिये इंदौर में सुरक्षा, सुविधा, तकनीकी, पारदर्शिता और जनजागरूकता के 2 नवाचार की शुरूआत इंदौर जीआरपी द्वारा की गई थी। जिसे अब धार्मिक नगरी उज्जैन में शुरू कर दिया गया। बुधवार को दोनों नवाचार ‘हमारी सवारी भरोसे वाली’ और ‘पटरी की पाठशाला’ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ डीआईजी नवनीत भसीन, उपपुलिस महानिरीक्षक रेलवे पंकज श्रीवास्तव की मौजूदगी में किया गया। इस नई पहल के मौके पर इंदौर रेल पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल के साथ उपपुलिस अधीक्षक रेल ज्योति शर्मा के साथ पुलिस ट्रेनिंग सेंटर अधीक्षक मनीषा पाठक, लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक आनंद यादव, ईओडब्ल्यू पुलिस अधीक्षक समर वर्मा, उज्जैन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और जीआरपी प्रभारी अमित कुमार भावसार, आरपीएफ प्रभारी मौजूद थे।
आटो चालको का किया गया वैरिफिकेशन
हमारी सवारी भरोसे वाली अभियान की शुरूआत करने से पहले जीआरपी की टीम ने रेलवे स्टेशन परिसर से चलने वाले 350 से अधिक आटो चालको का वैरिफिकेशन करते हुए उनके मोबाइल नम्बर, नाम-पते, आटो संबंधित दस्तावेज, चालक के अपराधिक रिकार्ड की जानकारी एकत्रित की गई। जिसे क्यूआर कोड में दर्ज की गई। शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान आटो पर क्यूआर कोड  लगाया गया। देशभर से धार्मिक यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु अब आटो का सफर करने के दौरान क्यूआर कोड स्कैन कर सुरक्षित यात्रा का अनुभव कर सकेगें। जीआरपी के पास भी आटो चालकों की कुंडली रहेगी।
रेलवे पटरियों के आसपास लगेगी पाठशाला
रेलवे पुलिस का दूसरा नवाचार अभियान पटरी की पाठशाला है। जिसमें पटरियों के आसपास बस्तियों में रहने वाले श्रमिक समुदाय के बच्चों, परिवारों को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जायेगा। पटरियों के आसपास पाठशाला लगाकर रेलवे पुलिस रेलवे क्रांसिंग सुरक्षा, साइबर जागरूकता, नशामुक्ति, महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण संदेश सरल भाषा में समझाएगी। पटरी की पाठशाला कार्यक्रम अभियान के शुभारंभ पर हीरामिल की चाल के विद्यालयों के शिक्षक, मॉडल सेकेंडरी स्कूल ढांचा भवन, तथा नैत्विक सोशल वेलफेयर सोसाइटी का विशेष योगदान रहा।
उद्बोधन में बोले अधिकारी
यात्री सुरक्षा केवल पुलिस की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमारी सवारी, भरोसे वाली जैसी तकनीके विश्वास और सुरक्षा को नई ऊँचाई देंगी
नवनीत भसीन डीआईजी उज्जैन
रेलवे क्षेत्र में तकनीकी नवाचार समय की आवश्यकता है। क्यूआर आधारित सत्यापन प्रणाली यात्रियों को सुरक्षित, पारदर्शी और जवाबदेह सेवा उपलब्ध कराएगी।
पंकज श्रीवास्तव, उपपुलिस महानिरीक्षक रेलवे
पटरी की पाठशाला जैसे अभियान बच्चों और महिलाओं में सुरक्षा के प्रति स्वाभाविक जागरूकता पैदा करते हैं। यह सामाजिक परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम है।
मनीषा पाठक, पीटीएस पुलिस अधीक्षक
जीआरपी का उद्देश्य तकनीक, जनभागीदारी और पारदर्शिता को केंद्र में रखकर यात्रियों की सुरक्षा को नई ऊँचाई देना है। आज जिस ऊर्जा के साथ दोनों अभियानों का शुभारंभ हुआ है, यह निश्चित रूप से पूरे रेलवे क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।
पद्म विलोचन शुक्ल, पुलिस अधीक्षक रेल इंदौर

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