मंडी में एक रूपए किलो से 8 रूपए के दाम में बेचने पर मजबूर हुए किसान प्याज ने किसानों के आंसू निकाले, सडकों पर फेंकने को मजबूर -एक क्विंटल प्याज भरने में दो कट्टे की कीमत ही 20 रूपए एवं ट्रेक्टर भाडा ही महंगा पड रहा

उज्जैन। कभी प्याज पर सरकार को पलटी खानी पडी थी तो एक बार फिर से प्याज किसानों के आंसू निकाल रहा है। मंडियों में प्याज एक रूपए किलो से 8 रूपए किलो तक थोक में बिक रहा है। ऐसे में किसान की लागत ही नहीं निकल पा रही है। हाल यह हैं कि एक क्विंटल प्याज भरने के लिए लगने वाले दो कट्टे ही 20 रूपए में बाजार में मिल रहे हैं और परिवहन व्यय 12 रूपए किलोमीटर सामने आ रहा है। इसके चलते किसान प्याज बेचने की बजाय उसे फेंकना मंजूर कर रहे हैं।

उज्जैन सहित आसपास के जिलों की मंडियों में सामान्य प्याज की कीमत एक रूपए किलो आंकी जा रही है। प्याज की अत्यधिक पैदावार ने बाजार में इसके बूरे हाल कर दिए हैं। कुछ समय पूर्व उज्जैन मंडी की फड में रखने की जगह नहीं होने के कारण व्यापारियों ने प्याज लाने के लिए मनाही कर दी थी। अब भी हाल कुछ ऐसे ही बने हुए है। दाम में भी बूरे हाल हैं। इन हालातों के चलते किसानों की आंखों में आंसू सुखने लगे हैं। सोयाबीन में मात खाया किसानों को प्याज से उम्मीद थी और वह भी बह गई है।

आक्रोशित है किसान-

प्याज की मरी हुई कीमतों से किसान आक्रोशित हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में घरों में प्याज भरा पडा है और अब सडने लगा है। प्याज फेंकने की नौबत आ गई है। किसानों का कहना है कि नया प्याज भी आने वाला है और नई लहसून भी आने वाली है। उच्च किस्म की लहसून के दाम भी 5500-6000रूपए क्विंटल चल रहे हैं। भारत से प्याज कोई देश नहीं ले रहा है। यहां तक की बांग्लादेश ने भी भारत को छोडकर दुश्मन देश से प्याज ले लिया है। नई फसलों के आने की स्थिति में और ज्यादा बूरे हाल होने वाले हैं। पुराना प्याज अभी न्यूनतम दर पर बिक रहा है । अगर इस दर पर बेचने मंडी आओ तक सोने से घडावन महंगी पडने के हाल हैं।

सैलाना में प्याज फेंका-

ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश मार्गों पर घुसने पर प्याज की भयंकर बदबू आवागमन करने वालों को सूंघने पर मजबूर होना पड रहा है। भाव से परेशान किसान मजबूर होकर प्याज फेंक रहा है। शुक्रवार को सैलाना मंडी में प्याज बेचने आए किसानों को जब एक रूपए 40 पैसे किलो भाव सूनने को मिला तो किसान गुस्सा गए और उन्होंने मंडी में प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम कर दिया।  इसके बाद पहुंचे एसडीएम सैलाना मंडी  अधिकारी एसडीएम तरुण जैन तहसीलदार कुलभूषण शर्मा पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और किसानों से चर्चा कर उन्हें समझाईश देते हुए जाम खुलवाया। किसानों ने आक्रोश जताते हुए  एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है । मंडी गेट के बाहर सड़क पर प्याज की ट्राली खाली करते हुए  किसान ने प्रदर्शन किया। इसके बाद कृषकों ने ज्ञापन देते हुए कहा कि सभी कृषि उपज मण्डी समिति सैलाना जिला रतलाम में प्याज विक्रय हेतु लाये है, परन्तु कृषि उपज मण्डी में प्याज का उचित मूल्य नहीं आते हुए मात्र एक या डेढ़ प्रतिकिलो के मान ही बिक्री मूल्य प्राप्त हो रहा है। लागत मूल्य भी प्राप्त नहीं होने के कारण कृषकों  को काफी आर्थिक नुकसानी का सामना करना पड़ रहा है। हम्माली एवं अन्य खर्च भी स्वंय की जेब से भुगतना पड़ रहे है। फसल को उचित मूल्य प्रदान किया जावे, जिससे कृषकों को आर्थिक नुकसानी न हो।

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