चामला नदी से 22 घंटे बाद मिला बालक का शव -तैरते समय डूबा था, उज्जैन से पहुंची थी रेस्क्यू टीम

बड़नगर/उज्जैन। झुग्गी बस्ती में रहने वाला 15 साल का बालक चामला नदी में शनिवार शाम डूब गया था। 22 घंटे की तलाश के बाद रविवार को उसका शव बाहर निकाला गया। बालक की तलाश के लिये उज्जैन से एसडीआरएफ और क्षिप्रा तैराक दल की टीम पहुंची थी।
बड़नगर थाना प्रभारी अशोक कुमार पाटीदार ने बताया कि चामला नदी के शिवघाट पर 15 साल के बालक आयुष पिता मोगलीनाथ लोकल झुग्गी बस्ती के डूबने की खबर शनिवार शाम मिली थी। पुलिस शिवघाट पहुंची थी, इस दौरान पता चला था कि आयुष दोस्तों के साथ तैरने आया था, तैराकी करते समय अचानक गहरे पानी में डूबा है, उसकी स्थानीय स्तर पर तलाश शुरू की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर उज्जैन से एसडीआरएफ की टीम को सर्चिंग के लिये बुलाया गया। रविवार सुबह एसडीआरएफ टीम पहुंची और सर्चिंग शुरू की गई, दोपहर तक बालक का पता नहीं चल पाया था, इस बीच उज्जैन मां क्षिप्रा तैराक दल के सदस्यों को बड़नगर की चामला नदी में बालक के डूबने का पता चला तो तैराक दल के सदस्य शिवघाट पहुंचे। उन्होने रेस्क्यू टीम के साथ सर्चिंग शुरू की। दोपहर 3 बजे के लगभग बालक को खोज लिया गया, उसका शव बाहर निकालने के बाद अस्पताल लाया गया। मामले में मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया। करीब 22 घंटे तक बालक की तलाशी का अभियान चलाया गया। इस दौरान मौके पर विधायक जितेंद्रसिंह पंड्या, पूर्व विधायक मुरली मोरवाल, नगर पालिका उपाध्यक्ष अनिता सतीश वर्मा, एसडीएम धीरेन्द्र पाराशर, एसडीओपी महेंद्रसिंह परमार,और नगर पालिका कर्मचारियों के साथ ग्रामीण उपस्थित थे। मां क्षिप्रा तैराक दल के सचिव संतोष सोलंकी ने बताया कि उज्जैन से बालक की तलाश करने के लिये गोताखोर तेजा कहार, दीपक कहार, लियाकत अली, अभिषेक कहार, करण कहार पहुंचे थे।

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