हर किसी को अपनी शादी में कुछ अनोखापन चाहिए,खर्च की परवाह नहीं, उज्जैन के युवा शादी के कार्ड बनाने से लेकर ड्रेसिंग तक की जिम्मेदारी प्लानर को सौंप रहे 

 उज्जैन। शादी के लिए सही जीवनसाथी चुनना मुश्किल होता है, लेकिन उससे भी मुश्किल होता है शादी के लिए सही लोकेशन और वहां की सुविधाओं को तलाशना। इससे बचने के लिए लोग वेडिंग प्लानर यानी विवाह की तमाम जिम्मेदारियां ले लेने वालों के पास अपनी डिमांड लेकर जाते हैं। चूंकि अभी शादियों का सीजन चल रहा है,
उज्जैन में हर किसी को अपनी शादी में कुछ अनोखापन चाहिए। कोई रायल एंट्री के लिए रथ और राजाओं जैसी आवभगत की मांग कर रहा है, तो कोई सेलिब्रिटीज की तरह। इसके लिए लोग मोटी रकम भी चुका रहे हैं। यह ट्रेंड अब उज्जैन में चरम पर है कि शादी को एंजाय करने के लिए लोग अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त होते हैं और इसके लिए शादी का कार्ड बनाने से लेकर ड्रेसिंग तक सबकुछ वेडिंग प्लानर के जिम्मे छोड़ देते हैं। इस बार की शादियों के लिए भी ज्यादातर लोग वेडिंग प्लानर के पास जा रहे हैं। जाहिर है, इन सुविधाओं के लिए लोग मोटी रकम खर्च करने को भी तैयार हैं।
 हेस्टिनेशन वेडिंग का चलन भी बड़ा
 बुद्धम इवेंट के जयदीप साखरे बताते हैं कि लोगों का रुझान अब हेस्टिनेशन वेडिंग की तरफ ज्यादा है। सिर्फ कुछ करीबियों के साथ शहर के बाहर जाकर शादी रचाने और अतिथियों की अच्छी खातिरदारी करने के लिए लोग उदयपुर, जयपुर, गोवा जाना पसंद कर रहे हैं। हालांकि अब लोकेशन में केरल, कश्मीर, बनारस, दिल्ली, नोएडा, गुजरात, उज्जैन और मांडू जैसी जगहें भी डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए पसंद की जा रही हैं।
 दूल्हों को पसंद है….
दूल्हे की एंट्री पर लोग अच्छी-खासी रकम खर्च कर रहे हैं। इसके लिए बाहर से आर्टिस्ट बुलाए जा रहे हैं, जो ड्रम ओर ट्रम्पेट पर प्रस्तुति देते हैं। साथ ही रेड कारपेट पर फोटो क्लिक करते हैं। वहीं दूल्हे की डिमांड लाजवाब एंट्री की रहती है, जिसमें उन्हें रायल फील आता है। इसमें रथ पर चढ़कर या फिर राजा की तरह पूरी शान व शौकत से पैदल चलकर एंट्री लेना पसंद कर रहे हैं। उज्जैन में इस बार अभी तक हमारे पास कई बुकिंग आ चुकी हैं।
दुल्हनों को पसंद है….
 दुल्हनों में आजकल कियारा आडवाणी और परिणीति चोपड़ा जैसी एंट्री की भी डिमांड है। सबसे ज्यादा मांग वरमाला और एंट्री को विशिष्ट बनाने की रहती है। एंट्री में स्पेशल इफेक्ट के साथ फूलों की वर्षा, बबल मशीन, स्मोक में कुछ नई वैरायटीज डेवलप हो चुकी हैं। इस तरह की सुविधाओं के लिए नवंबर से लेकर मार्च तक की बुकिंग काफी पहले हो चुकी हैं।
भावनाएं अनमोल हैं तो फिर शादी में खर्च नहीं देखा जाता
बुद्धम इवेंट मैनेजमेंट के जयदीप साखरे ने बताया कि लोगों की भावनाएं अनमोल हैं तो फिर शादी में खर्च नहीं देखा जाता। लोग अब एक शादी में एक से दो करोड़ रुपये तक खर्च कर रहे हैं। हालांकि इतनी महंगी शादियों की संख्या बहुत कम है, फिर भी शादियों का औसत खर्च 20 लाख से 50 लाख के बीच पहुंच रहा है। आज के दौर में लोग सेलिब्रिटी की शादियों से इंस्पायर होते हैं और उन्हीं की तरह व्यवस्थित शादी करना चाहते हैं। इसके लिए होटल के बजाय रिसोर्ट में शादी करना ज्यादा पसंद करते हैं।
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