ब्रह्मास्त्र उज्जैन
उज्जैन-इंदौर के बीच बनने वाले ग्रीन फील्ड रोड को लेकर अब किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को किसानों ने किसान न्याय यात्रा निकालकर जमीन अधिग्रहण का विरोध किया।
पितृ पर्वत इंदौर से सिंहस्थ बायपास, उज्जैन तक बनने वाले 48 किमी के पहले ग्रीन फील्ड रोड के विरोध में जिले के प्रभावित गांवों में किसान न्याय यात्रा निकाली।
ध्वज थामे किसानों की यात्रा गांव लिंबा पिपलिया के माता मंदिर से सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई। यात्रा गोंदिया, अवंतिका विश्वविद्यालय चौराहा होकर हासामपुरा, पालखेड़ी नया मार्ग होकर पालखेड़ी चांदमुख, दाऊदखेड़ी न्यू आरटीओ होकर चिंतामन गणेश पर पहुंची। यहां किसानों ने ध्वज अर्पित कर यात्रा का समापन किया।
7 गांवों के किसानों ने कई बार दिया ज्ञापन
भारतीय किसान संघ के जिला कोषाध्यक्ष राजेश सिंह सोलंकी ने बताया कि किसान न्याय यात्रा का हर गांव में बड़ी संख्या में महिला और पुरुषों ने स्वागत किया। अधिग्रहण की जा रही ग्रीन फील्ड के प्रभावित इन सात गांवों के किसानों ने अभी तक लगभग 6 से 7 बार ज्ञापन दिए। इस किसान न्याय यात्रा की तैयारी के बीच में ही प्रशासन की तरफ से भी पहल शुरू की गई है। एक कमेटी गठित की है, जिसमें जिला रजिस्ट्रार, एमपीआरडीसी के अधिकारी एवं स्वयं एसडीएम हैं, जो किसानों की इन मांगों पर कोई रास्ता निकालेंगे।
5 घंटे चली पैदल यात्रा, दो सूत्री मांगें बताईं
ल्ल ग्रीन फील्ड रोड से गांव की कनेक्टिविटी हो।
ल्ल अधिग्रहण की जाने वाली जमीन का मुआवजा गाइड लाइन के बजाय बाजार मूल्य के आधार पर दिया जाए।
