उज्जैन। उज्जैन जिले सहित अब पूरे प्रदेश भर के सात लाख से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों का पूरा सेवा रिकॉर्ड अब ऑनलाइन उपलब्ध होगा। इसके लिए सरकार इलेक्ट्रॉनिक ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (ई-एचआरएमएस) लागू कर रही है।
यह सिस्टम कर्मचारियों से जुड़े सभी प्रकार के दस्तावेजों, सेवाकालीन सूचनाओं और व्यक्तिगत विवरणों को डिजिटाइज्ड रूप में सुरक्षित रखने का एक अत्याधुनिक माध्यम है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से मंत्रालय में सभी विभागों की स्थापना शाखा से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों को पिछले दिनों प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें समझाया गया कि ई-एचआरएमएस क्या है, यह कैसे काम करता है और इसमें कर्मचारियों का डेटा किस प्रकार दर्ज किया जाएगा। सभी कर्मचारियों का पूरा रिकॉर्ड-सेवा पुस्तिका, नियुक्ति तिथि, पदस्थापना, प्रमोशन, तबादले, प्रशिक्षण, शैक्षणिक योग्यता, मूल निवास, जाति प्रमाणपत्र, वेतन संरचना, विशेष योग्यता जैसी सभी जानकारियां एक स्थान पर डिजिटल रूप में उपलब्ध होंगी। यह डेटा एक क्लिक पर उपलब्ध होगा, जिससे प्रशासनिक निर्णय लेने में तेजी आएगी। ई-एचआरएमएस एक क्लाउड आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां कर्मचारी का पूरा रिकॉर्ड डिजिटल सर्विस बुक के रूप में संग्रहित होगा। संबंधित विभागों के अधिकृत अधिकारी यहां कर्मचारी का डेटा दर्ज करेंगे और अपडेट करेंगे। यह सिस्टम जॉइनिंग व नियुक्ति प्रक्रिया, पदोन्नति की प्रविष्टियां, स्थानांतरण का रिकॉर्ड, विभागीय प्रशिक्षण और परीक्षाएं, सेवानिवृत्ति आदि से संबंधित प्रक्रियाओं को स्वचालित करेगा। पारंपरिक कागजी व्यवस्था में फाइल, कागज, स्टोर रूम, फाइलिंग कैबिनेट, रख-रखाव जैसी वस्तुओं पर हर साल भारी खर्च होता है। ई-एचआरएमएस लागू होने के बाद सरकार को इन संसाधनों पर खर्च कम करना पड़ेगा। मप्र सरकार पहले ही ई-ऑफिस, ई-अटेंडेंस और अन्य डिजिटल सिस्टम लागू कर चुकी है। ई-एचआरएमएस इसी कड़ी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
